Pradosh Upay in Hindi: प्रदोष काल में कुछ उपाय ऐसे होते हैं, जिन्हें  करने से आपकी सारी परेशानी हल हो जाती है। इस बात का जिक्र खुद कथावचक प्रदीप मिश्रा करते हुए नजर आए हैं। 

Pradosh Upay: सावन का महीना चल रहा है। ऐसे में भगवान शिव की पूजा में हर कोई लीन है। मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई है। हर कोई यह चाहता है कि बस एक बार महादेव की कृपा उन पर हो जाए। इसके लिए वे तरह-तरह उपाय करते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनकी परेशानियां खत्म होने का नाम ही नहीं लेती है। एक परेशानी खत्म होती नहीं की दूरी खड़ी हो जाती है। ऐसे में कथावचक प्रदीप मिश्रा ने दो ऐसे उपाय बताए हैं, जिन्हें करने से आपकी सारी परेशनियां खत्म हो जाएंगी।

कथावचक प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) ने नंदीश्वर महापुराण का जिक्र करते हुए कहा कि सबको इससे एक बात सीखनी चाहिए। अगर आपको लग रहा है कि आपका दुख खत्म नहीं हो रहा है। एक बीमारी से उठते नहीं की दूसरी बीमारी आपको घेर लेती है। कोई न कोई परेशानी आपके रास्ते में लगातार आ रही है। तो प्रदोष वाले दिन प्रदोष काल में दो दीपक लगाना शुरू कर दें। एक बेलपत्र के वृक्ष के नीचे और एक अपने दरवाजे की चौखट के बाहर। यानी आप जब घर में एंट्री करे उसके दाएं तरफ दीया लगाएं। बेलपत्र के नीचे शंकर भगवान से प्रार्थना करते हुए कहे कि आप आज भ्रमण पर निकलोगे नंदी के साथ थोड़ी दृष्ट हमारी चौखट पर भी कर देना। मेरी जिंदगी संवर जाए।

कब है मासिक महाशिवरात्रि (Masik Mahashivratri 2025)?

चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 23 जुलाई को 4:34 मिनट से शुरू होने वाली है। जोकि 24 जुलाई को सुबह 2:28 मिनट पर होगी। उदया तिथि को ध्यान में रखा जाए तो इस बार सावन शिवरात्रि 23 जुलाई के दिन मनाई जाने वाली है।

सावन शिवरात्रि पर पूजा का शुभ मुहूर्त

सावन शिवरात्रि वाले दिन व्रत रखा जाता है और फिर निशिता काल में पूजा की जाती है। 23 जुलाई के दिन इसकी शुरुआत 11:52 मिनट पर होगी और 12:48 मिनट पर खत्म हो जाएगी। इसके अलावा शिवरात्रि की पूजा 4 पहर में की जाती है। पहला प्रहर शाम 6:59 से रात 9:36 तक रहेगा। दूसरे प्रहर रात 9:36 से 12:13 तक होगा। तीसरे प्रहर का टाइम रात 12:13 से 2:50 तक रहने वाला है। चौथे प्रहर का वक्त 2:50 से 5:27 तक रहेगा।