PM Vishwakarma 2025: पीएम विश्वकर्मा देश के कारीगरों और हस्तशिल्पियों को पहचान दिलाने, कौशल ट्रेनिंग, बिना जमानत के लोन, डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन और मार्केटिंग सपोर्ट के लिए शुरू की गई योजना है। जानिए इसके लिए कौन-कैसे आवेदन कर सकता है। पूरी डिटेल।
PM Vishwakarma Yojana: भारत सरकार ने केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) के माध्यम से PM Vishwakarma स्कीम लॉन्च की है। इस योजना का मकसद है, देश के कारीगरों और हस्तशिल्पियों को हर तरह से मदद देना। चाहे वो स्किल ट्रेनिंग, मॉर्डन टूल्स, बिना जमानत के लोन, डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन या मार्केट लिंकिंग की बात हो, इस स्कीम के तहत सभी सुविधाएं दी जाएंगी। यह योजना पहले पांच साल (2027-28 तक) लागू होगी और इससे लाखों कारीगरों और क्राफ्ट्सपीपल को फायदा मिलेगा। इस योजना को मिलकर तीन मंत्रालय चला रहे हैं। जिसमें- माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय(MSDE), वित्तीय सेवा विभाग (DFS), वित्त मंत्रालय शामिल हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य क्या है?
इस योजना के माध्यम से कारीगरों और हस्तशिल्पियों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता मिलेगी, जिससे उन्हें स्कीम के सभी लाभ मिलेंगे। कारीगरों को नए कौशल सीखने और ट्रेनिंग के मौके प्रदान किए जाएंगे। उनके काम की गुणवत्ता और उत्पादकता बढ़ाने के लिए उपकरण दिए जाएंगे। बिना जमानत आसान लोन और कम ब्याज दर पर वित्तीय मदद मिलेगी। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए हर ट्रांजेक्शन पर 1 रुपए का इंसेंटिव दिया जाएगा। ब्रांड प्रमोशन और ई-कॉमर्स, ट्रेड फेयर, मार्केटिंग सपोर्ट के जरिए नए अवसर मिलेंगे।
PM Vishwakarma स्कीम के फायदे
पहचान और ID: डिजिटल सर्टिफिकेट और ID कार्ड।
स्किल ट्रेनिंग: बेसिक ट्रेनिंग 5-7 दिन (40 घंटे) और एडवांस ट्रेनिंग 15 दिन (120 घंटे), साथ में 500 रुपए प्रतिदिन ट्रेनिंग भत्ता।
उपकरण प्रोत्साहन: 15,000 रुपए का ग्रांट।
लोन सुविधा और रिफंड
- 1st ट्रांच 1,00,000 रुपए (18 महीने में रिफंड)
- 2nd ट्रांच 2,00,000 रुपए (30 महीने में रिफंड)
- 5 प्रतिशत ब्याज, 8 प्रतिशत तक की सबवेंशन MoMSME द्वारा
- क्रेडिट गारंटी फीस सरकार उठाएगी
- डिजिटल लेनदेन: प्रति ट्रांजेक्शन 1 रुपए, महीने में 100 ट्रांजेक्शन तक।
- मार्केटिंग सपोर्ट: राष्ट्रीय मार्केटिंग कमिटी (NCM) द्वारा गुणवत्ता प्रमाणीकरण, ब्रांडिंग, प्रचार और ई-कॉमर्स लिंकिंग मिलेगी।
पीएम विश्वर्मा योजना के लिए कौन कर सकता है आवेदन?
- केवल कारीगर और हस्तशिल्पी जो हाथ और उपकरण से काम करते हैं।
- परिवार आधारित पारंपरिक ट्रेड में लगे हुए।
- उम्र कम से कम 18 साल हो।
- पिछले 5 साल में कोई समान लोन योजना का लाभ न लिया हो (जैसे PMEGP, PM SVANidhi, Mudra)।
- केवल परिवार का एक सदस्य ही रजिस्ट्रेशन कर सकता है।
- सरकारी नौकरी करने वाले और उनके परिवार के सदस्य इस योजना में शामिल नहीं हो सकते।
CSC के माध्यम से आवेदन कैसे करें?
पात्र लाभार्थियों को अपने क्षेत्र में निकटतम सीएससी के माध्यम से अपना नामांकन कराना आवश्यक है। नजदीकी CSC केंद्र पर जाएं। आवेदनकर्ता स्वयं या ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) या सीएससी की सहायता से आवेदन कर सकते हैं।
विश्वकर्मा योजना योजना के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
- PM Vishwakarma की ऑफिशियल वेबसाइट pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- Login पर क्लिक करें, फिर CSC- Register Artisans पर जाएं।
- Aadhaar OTP डालकर वेरिफिकेशन करें।
- जरूरी डिटेल भरें और आवेदन नंबर नोट करें।
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सत्यापन प्रक्रिया में क्या होता है?
ग्राम पंचायत या ULB स्तर पर पात्रता की जांच होगी। जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा सिफारिश के बाद स्क्रीनिंग कमिटी अंतिम मंजूरी देगी। सफल रजिस्ट्रेशन के बाद डिजिटल ID, PM Vishwakarma सर्टिफिकेट और ID कार्ड मिलेगा। इससे कारीगर स्कीम के सभी लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
आवेदन करने के लिए इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट्स कौन-कौन से हैं?
- आधार
- मोबाइल नंबर
- बैंक डिटेल
- राशन कार्ड (अगर नहीं है, तो परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड की कॉपी)
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