ज्ञानवापी के बाहर शुक्रवार को 500 से अधिक नमाजियों ने अस्थाई गेट की बात को लेकर काफी देर तक हंगामा किया। इसके बाद एसीपी सुरक्षा द्वारा विश्वास दिलाने के बाद नमाज पढ़ी गई।
सद्गुरु के साथ बातचीत में देश की सांस्कृतिक विरासत, महत्वपूर्ण मंदिरों को फिर से स्थापित करने को लेकर दोनों ने काफी सार्थक और सारगर्भित बातचीत की है।
ज्ञानवापी की तरह मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला का सर्वे होगा। जिसकी रिपोर्ट जल्दी सौंपनी पड़ेगी।
वाराणसी कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए याचिका खारिज कर दी है।
IHC के जज रोहित रंजन अग्रवाल ने अंजुमन इंतजामिया मस्जिद समिति द्वारा दायर अपील पर सुनवाई की। ये वो समिति है, जो वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे मस्जिद के मामलों की देखभाल करती है।
तौकीर रजा के जेल भरो कॉल के बाद शुक्रवार को यूपी के बरेली में तनाव फैल गया। हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतर आए। बरेली में 1000 से अधिक पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।
काशी विद्वत परिषद द्वारा ज्ञानवापी में स्थित तहखाना शब्द को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि तहखाना शब्द उचित नहीं है। उसकी जगह तलगृह का इस्तेमाल किया जाएगा।
ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा करने के अधिकार संबंधी कोर्ट के आदेश के खिलाफ कई मुस्लिम नेता बयान दे रहे हैं। VHP के संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने इसपर आपत्ति जताई है।
ज्ञानवापी मस्जिद में स्थित व्यास तहखाने में 6 फरवरी तक पूजा अर्चना पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है। इलाहबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अगली सुनवाई 6 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी है।
मस्जिद समिति के याचिका पर कोई भी राहत देने से इनकार करते हुए हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया कि मस्जिद समिति ने 17 जनवरी के आदेश को चुनौती नहीं दी और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के भीतर पूजा की अनुमति देने के जिला अदालत के फैसले को नहीं रोका।