सार

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) की शुरुआत 9 फरवरी से होने वाली है और इस टेस्ट का रोमांच इतना है कि नागपुर टेस्ट की 40 हजार टिकटे बिक चुकी हैं।

 

Border-Gavaskar Trophy. भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच 9 फरवरी से नागपुर में खेला जाएगा। इस टेस्ट मैच का क्रेज इतना है कि मैच के पहले दिन की 40 हजार टिकटे पहले ही बिक चुकी हैं। भारतीय टीम के लिए यह सीरीज बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए सीरीज जीतनी होगी। दोनों टीमों के बीच 4 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। हम आपको बताते हैं कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अब तक कौन से 5 भारतीय खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने सीरीज जीत में अपना बेस्ट प्रदर्शन किया है।

महेंद्र सिंह धोनी का विनिंग पर्सेंटेज
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में कुल 13 टेस्ट मैच खेले गए हैं जिसमें से 8 टेस्ट मैच धोनी की टीम ने जीते हैं। भारत की तरफ से किसी भी कप्तान का यह सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। महेंद्र सिंह धोनी का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सक्सेस रेट 61.53 प्रतिशत रहा है।

हरभजन सिंह बने टर्बनेटर
कोलकाता टेस्ट 2000-01 के दौरान भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कमाल की गेंदबाजी की और अपनी पहली हैट्रिक ली थी। वह टेस्ट मैच भारत के लिहाज से बेहद रोमांचक था लगभग हारा हुआ मैच भारतीय टीम ने जीता था। उस मैच के बाद से ही हरभजन सिंह को टर्बनेटर कहा जाने लगा।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वीवीएस लक्ष्मण
वीवीएस लक्ष्मण ऐसे बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। कलाई के जादूगर के नाम से मशहूर लक्ष्मण ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 500 से ज्यादा रन बनाए थे। 2000-01 की सीरीज में लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की साझेदारी को विश्व क्रिकेट में सबसे बेहतरीन साझेदारी कहा जाता है।

अनिल कुंबले की धारदार गेंदबाजी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने बेहतरीन गेंदबाजी की है और उनका रिकॉर्ड अभी तक कोई ब्रेक नहीं कर पाया है। अनिल कुंबले भारत के इकलौते गेंदबाज हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 100 विकेट लिए हैं। ऐसा करने वाले वे दुनिया के भी इकलौते गेंदबाज हैं।

यह भी पढ़ें

BG Trophy: ऑस्ट्रेलिया ने भारत में कब जीती आखिरी सीरीज? आई फोन लांचिंग की तैयारी थी- वनडे में दोहरा शतक सपना था