सार

पैरालंपिक में भारतीय तीरंदाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उम्मीदें जगाई हैं। हालांकि शीतल देवी को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन सरिता कुमारी ने महिला ओपन कैटेगरी में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।

Indian Archers in Paralympics: पैरालंपिक में भारतीय तीरंदाजों ने शनिवार को कई बार उम्मीद जगाई। हालांकि, बिना हाथ वाली शीतल देवी को हार का सामना करना पड़ा है लेकिन सरिता कुमारी ने महिला ओपन कैटेगरी में क्वार्टर फाइनल में इटावली खिलाड़ी को शानदार तरीके से हराया।

इटली की एलेनोर को एकतरफा मुकाबला में हराया

नौवीं वरीयता प्राप्त सरिता ने शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और इटली की एलेनोर सार्टी को एकतरफा मुकाबले में 141-135 से हराया। सरिता का मुकाबला तुर्की की ओनजुर क्यूर गिंडी से होगा जिन्होंने क्वालीफाइंग राउंड में शीर्ष पर रहते हुए अधिकतम 720 अंकों में से 704 अंक हासिल करके विश्व रिकॉर्ड तोड़ा। नौवीं वरीयता प्राप्त सरिता ने पिछले साल एशियन पैरा गेम्स में टीम सिल्वर मेडल जीता था।

पहले राउंड के मुकाबला में सरिता ने नूर जन्नतोरी को हराया

सरिाता ने अपने पहले राउंड के मुकाबला में मलेशिया की नूर जन्नतन अब्दुल जलील को 138-124 से हराया।

अवनी लेखारा ने जीता है  गोल्ड

टोक्यो पैरालंपिक में 2 पदक जीतने वाली अवनी लेखारा ने इस बार भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच 1) स्पर्धा में 22 वर्षीय अवनी ने 249.7 अंक हासिल कर पहला स्थान हासिल किया। इसी के साथ उन्होंने टोक्यो में बनाया अपना ही 249.6 अंकों का पैरालंपिक रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसी स्पर्धा में 37 वर्षीय मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने 228.7 अंक हासिल कर पैरालंपिक में अपना पहला पदक जीता। इसी के साथ भारत ने पहली बार पैरालंपिक शूटिंग के एक ही वर्ग में 2 पदक जीतने का कारनामा किया। दक्षिण कोरिया की ली यून-री ने 246.8 अंकों के साथ रजत पदक जीता। अवनी और मोना ने एसएच 1 वर्ग में भाग लेकर पदक जीते हैं। एसएच 1 का मतलब है कि जो एथलीट अपने हाथ, कमर और पैरों में गति नहीं कर सकते या जिनके हाथ-पैर नहीं हैं, वे इस वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं।

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