बिहार चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 136 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। 11 नवंबर को होने वाले मतदान में रेणु देवी, लेसी सिंह और श्रेयसी सिंह जैसी कई प्रमुख नेता शामिल हैं। दल महिला नेतृत्व के सहारे महिला वोटरों को साधने की कोशिश कर रहे हैं।
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में महिला उम्मीदवारों की मजबूत मौजूदगी ने चुनावी मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। 11 नवंबर को होने वाले मतदान में कुल 136 महिलाएं मैदान में हैं। चुनाव आयोग के अनुसार इस चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार हैं, जिनमें 1,165 पुरुष, 136 महिलाएं और 1 थर्ड जेंडर प्रत्याशी शामिल हैं।
दूसरे चरण की बैटल में महिला नेतृत्व की अहम उपस्थिति
राजनीतिक दलों ने इस बार महिला उम्मीदवारों को निर्णायक भूमिका में उतारा है। खास तौर पर उन सीटों पर, जहाँ महिला वोटरों की संख्या और राजनीतिक सक्रियता अधिक है। दलों का प्रयास है कि महिला नेतृत्व के सहारे महिला मतदाताओं के बीच मजबूत पकड़ बनाई जाए।
प्रमुख महिला उम्मीदवार
- रेणु देवी (बीजेपी), बेतिया राज्य की पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता रेणु देवी इस चरण की सबसे हाई-प्रोफाइल महिला उम्मीदवारों में शामिल हैं। पार्टी की संगठनात्मक पकड़ और महिला सशक्तिकरण संबंधी छवि उन्हें खास पहचान देती है।
- लेसी सिंह (जेडीयू), धमदाहा जेडीयू की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री लेसी सिंह पार्टी के कोर नेतृत्व में प्रमुख भूमिका रखती हैं। उनकी उम्मीदवारी एनडीए की ग्रामीण विकास और महिला-उन्मुख नीतियों को मजबूत आधार देने के रूप में देखी जा रही है।
- दीपा मांझी (हम), इमामगंज (SC) पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी महादलित समुदाय में अपनी प्रभावी उपस्थिति के कारण सुर्खियों में हैं। दलित और महिला प्रतिनिधित्व को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
- रितू जायसवाल (निर्दलीय), परिहार पूर्व राजद नेत्री और चर्चित मुखिया रहीं रितू जायसवाल विकास कार्यों और सामाजिक सरोकारों को लेकर पहचानी जाती हैं। परिहार सीट पर उनका मुकाबला कई दलों के लिए चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है।
- श्रेयसी सिंह (बीजेपी), जमुई अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज और 2020 में पहली बार विधायक चुनी गईं श्रेयसी सिंह युवा और नई राजनीति की छवि को आगे बढ़ाती हैं। खेल उपलब्धियों और राजनीतिक विरासत, दोनों को लेकर उनका प्रोफ़ाइल मजबूत है।
- गायत्री देवी (बीजेपी), परिहार निवर्तमान विधायक गायत्री देवी इस बार अपनी सीट बचाने की कोशिश में हैं। उनकी स्थानीय पकड़ और संगठनात्मक नेटवर्क उन्हें दौड़ में मजबूत बनाते हैं।
