बरुराज विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण बदलते रहे हैं। 2010 व 2015 में RJD की जीत के बाद, 2020 में BJP के अरुण कुमार सिंह ने बड़े अंतर से वापसी की। यह सीट अपने कड़े मुकाबले और अप्रत्याशित नतीजों के लिए जानी जाती है।
Baruraj Assembly Election 2025: मुजफ्फरपुर जिले की बरुराज विधानसभा सीट पर अरुण कुमार सिंह ने जीत हासिल की है। बिहार की राजनीति का अहम हिस्सा है। यह सीट वैशाली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। अरुण कुमार सिंह ने 96 हजार से ज्यादा वोट लाकर इस सीट पर अपना परचम लहराया है।
2010 का चुनाव: आरजेडी का दबदबा (Baruraj Vidhan Sabha Election 2010)
2010 में आरजेडी (RJD) के उम्मीदवार बृज किशोर सिंह ने बाजी मारी। उन्हें कुल 42,783 वोट मिले और उन्होंने जेडीयू (JDU) के नंद कुमार राय को 14,317 वोटों के अंतर से हराया। इस चुनाव में बृज किशोर सिंह को 38% वोट मिले, जबकि नंद कुमार राय को केवल 25% वोट मिले।
2015 का चुनाव: फिर आरजेडी की जीत (Baruraj Assembly 2015)
2015 में एक बार फिर आरजेडी का परचम लहराया। इस बार उम्मीदवार बने नंद कुमार राय (RJD)। उन्हें 68,011 वोट मिले और उन्होंने बीजेपी (BJP) के अरुण कुमार सिंह को 4,909 वोटों से मात दी।
- नंद कुमार राय को 43.62% वोट
- अरुण कुमार सिंह को 40.47% वोट
- मतदान प्रतिशत लगभग 60.36% रहा।
2020 का चुनाव: बीजेपी का पलटवार (Baruraj Assembly 2020)
2020 में जनता ने बड़ा उलटफेर कर दिया। इस बार बीजेपी के अरुण कुमार सिंह ने शानदार जीत हासिल की।
- अरुण कुमार सिंह (BJP)- 87,407 वोट (49.47%)
- नंद कुमार राय (RJD) - 43,753 वोट (24.76%)
नोट: अरुण सिंह ने नंद कुमार राय को 43,654 वोटों से हराया। यह जीत बीजेपी के लिए बड़ी उपलब्धि रही, क्योंकि लगातार दो बार हारने के बाद इस सीट पर उन्होंने जोरदार वापसी की।
बरुराज की राजनीति की खासियत
बरुराज विधानसभा सीट पर हमेशा कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है। यहां के मतदाता हर बार नया फैसला देते हैं। 2010 में आरजेडी, 2015 में फिर आरजेडी और 2020 में बीजेपी की जीत यह साबित करती है कि यहां जनता जातीय समीकरणों के साथ-साथ विकास और उम्मीदवार की साख को भी देखती है।
2025 का चुनाव: किसका होगा ताज?
अब 2025 के चुनाव में यह सवाल बड़ा है कि क्या बीजेपी अपना दबदबा कायम रख पाएगी, या आरजेडी वापसी करेगी? बरुराज की यह लड़ाई फिर से बिहार की राजनीति में चर्चाओं का केंद्र बनने वाली है।
