bihar monsoon update: बिहार में मानसून कमजोर पड़ने से बारिश थमी और उमस बढ़ गई है। पटना समेत कई जिलों में लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं। कुछ जिलों में हल्की बारिश हुई है, लेकिन यह राहत देने के लिए नाकाफी है।
Bihar Weather Update : बिहार में मौसम एक बार फिर करवट ले रहा है। जो मानसून कभी उम्मीदों से पहले दस्तक देकर राहत लाया था, अब वही ठहर गया है। पटना से लेकर किशनगंज और दरभंगा तक लोग आसमान की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं, लेकिन बदले में मिल रही हैं बस हल्की फुहारें। नतीजा, तेज़ उमस और चिपचिपी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है।
कमजोर मानसून ने घटाई बारिश, बढ़ाई बेचैनी
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार सामान्य समय से पहले बिहार पहुंचा था। लेकिन अब उसकी सक्रियता में गिरावट दर्ज की जा रही है। राजधानी पटना में जहां भारी बारिश की उम्मीद थी, वहां बीते 24 घंटों में केवल हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, किशनगंज, अररिया और भभुआ जैसे जिलों में कहीं-कहीं 30 से 50 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई है।इसके विपरीत, कई जिलों में औसतन केवल 10 से 15 मिमी वर्षा ही हुई है।
गया और भागलपुर में ज्यादा पानी, लेकिन फिर भी खतरा बरकरार
गया जिले में अब तक पिछले साल की तुलना में 144 मिमी अधिक बारिश हुई है। वहीं, भागलपुर, डेहरी, फारबिसगंज, वाल्मीकि नगर और दरभंगा में भी सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। लेकिन प्रदेश का औसत मानसूनी परफॉर्मेंस कमजोर ही माना जा रहा है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि जुलाई में भी सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
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इन जिलों में अलर्ट, होगी तेज बारिश और हवाएं
रविवार को कैमूर और रोहतास जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही 24 जिलों के कुछ हिस्सों और 14 जिलों में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है।बारिश के साथ 40 से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे स्थानीय स्तर पर असुविधा हो सकती है।
चिपचिपी गर्मी से बेहाल हैं लोग
हालांकि अधिकतम तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रह सकता है, लेकिन अधिक नमी के कारण उमस अत्यधिक हो गई है। खासकर पटना, गया, और अन्य दक्षिणी जिलों में लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है।
उत्तर बिहार में हल्की फुहारों की संभावना जरूर है, लेकिन वह भी उमस को कम करने में असमर्थ दिख रही है। ग्रामीण इलाकों में खेती-बाड़ी से जुड़े लोग भी इस ठहरी हुई बारिश से परेशान हैं।
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