सार

पटना में BPSC 70वीं परीक्षा को लेकर छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया, कई छात्र घायल। प्रशांत किशोर भी धरने में शामिल हुए।

पटना न्यूज: बिहार के पटना में BPSC 70वीं परीक्षा को लेकर रविवार का दिन काफी गरम रहा। परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कड़ाके की ठंड में उन पर वाटर कैनन से भी वार किया। जिसमें कई छात्र घायल भी हुए। प्रतियोगी छात्र मुख्यमंत्री से मिलने की जिद पर अड़े थे। छात्रों का समर्थन करने के लिए जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी धरना स्थल पर पहुंचे। जिसके बाद छात्र उग्र हो गए। हालांकि लाठीचार्ज से पहले ही वे वहां से चले गए।

BPSC की 70वीं (प्रारंभिक) परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन पटना के गांधी मैदान से शुरू हुआ। जहां हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे और छात्र संसद का आयोजन किया। इसके बाद वे सीएम आवास की ओर मार्च करने लगे। पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास उन्हें रोकने की कोशिश की। अभ्यर्थी सीधे सीएम से मिलने की जिद पर अड़े थे। यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई और फिर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कई छात्र घायल हो गए.

बीएससी अभ्यर्थियों की क्या है मांग?

बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता (प्रारंभिक) परीक्षा 13 दिसंबर को हुई थी। अभ्यर्थी परीक्षा में अनियमितता का आरोप लगाते हुए इसे दोबारा आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, आयोग ने पटना के बापू परीक्षा परिसर केंद्र पर आयोजित परीक्षा को रद्द कर 4 जनवरी को दोबारा आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसका एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है। इस केंद्र पर करीब 12000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। अब इन अभ्यर्थियों की परीक्षा 4 जनवरी को पटना के किसी अन्य केंद्र पर होगी।

 

 

सरकार बातचीत के लिए तैयार

अभ्यर्थियों की बेरहमी से पिटाई के बाद बिहार सरकार प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है। यह जानकारी जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने दी है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों की पांच सदस्यीय कमेटी अब मुख्य सचिव से बात करेगी, ताकि उनकी समस्याओं और मांगों पर कोई निर्णय लिया जा सके। इसके बाद भी अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं हुए तो कल सुबह सभी एक साथ बैठेंगे।