Govindganj Vidhan Sabha Chunav 2025: गोविंदगंज चुनाव 2025 में लोजपा(R) के राजू तिवारी 96034 वोट पाकर जीते। उन्होंने कांग्रेस को 32683 वोटों से हराया। यह सीट BJP, LJP और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबले और बदलते राजनीतिक समीकरणों के लिए जानी जाती है।

Govindganj Assembly Election 2025: गोविंदगंज विधानसभा चुनाव 2025 में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राजू तिवारी जीत गए हैं। उन्हें 96034 वोट मिले। उन्होंने 32683 वोटों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के शशि भूषण राय उर्फ ​​गप्पू राय को हराया। शशि भूषण राय को 63351 वोट मिले।गोविंदगंज विधानसभा सीट (पूर्वी चंपारण, बिहार) हमेशा से ही सियासत का हॉटस्पॉट रही है। यहां हर चुनाव में भाजपा (BJP), लोजपा (LJP) और कांग्रेस (INC) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है। जातीय समीकरण, विकास और स्थानीय मुद्दों का असर इस सीट पर साफ झलकता है।

गोविंदगंज विधानसभा चुनाव 2020: भाजपा की धमाकेदार जीत

2020 में भाजपा उम्मीदवार सुनील मणि तिवारी ने बाजी मारी। उन्हें 65,716 वोट मिले। जबकि कांग्रेस के बृजेश कुमार को 37,936 वोट और लोजपा के राजू तिवारी को 31,461 वोट मिले। इस तरह भाजपा ने कांग्रेस को लगभग 27,780 वोटों से मात दी। यह जीत भाजपा के लिए बड़ी मजबूती का सबूत बनी।

नोट: स्नातक तक पढ़ाई करने वाले सुनील कुमार तिवारी पर एक क्रिमिनल केस है। उनके पास कुल 22 लाख की चल-अचल संपत्ति है लेकिन कोई लोन नहीं है।

गोविंदगंज विधानसभा चुनाव 2015: लोजपा का दबदबा

2015 में गोविंदगंज सीट पर लोजपा के राजू तिवारी ने शानदार जीत दर्ज की। उन्हें 74,685 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी बृजेश कुमार को केवल 46,765 वोट मिले। यहां भाजपा तीसरे पायदान पर चली गई थी। लोजपा की यह जीत स्थानीय राजनीति में अहम मोड़ साबित हुई।

गोविंदगंज विधानसभा चुनाव 2010: जदयू की जीत

2010 में जदयू की मीना द्विवेदी ने लोजपा के राजू तिवारी को हराया। मीना को 33,859 वोट मिले जबकि राजू तिवारी को 25,454 वोट ही मिल पाए। जीत का अंतर लगभग 8,400 वोट का रहा।

गोविंदगंज: हमेशा रोमांचक रहा है चुनाव

इस सीट की सबसे खास बात यह है कि हर बार नया राजनीतिक समीकरण बनता है। कभी जदयू, कभी लोजपा और अब भाजपा – यहां हर पार्टी को मौका मिलता रहा है। जातीय समीकरण में ब्राह्मण, भूमिहार, यादव, राजपूत और मुस्लिम वोटरों की भूमिका अहम रहती है।