कहलगांव विधानसभा चुनाव 2025: कहलगांव विधानसभा चुनाव 2025 में जेडीयू के शुभानंद मुकेश ने शानदार जीत हासिल की है। उन्हें 1,30,767 वोट मिले। शुभानंद मुकेश ने आरजेडी के रजनीश भारती को 50,112 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। 

Kahalgaon Assembly Election 2025: कहलगांव विधानसभा चुनाव 2025 जनता दल (यूनाइटेड) के शुभानंद मुकेश जीत गए हैं। उन्हें 130767 वोट मिले। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के रजनीश भारती को 50112 वोटों से हराया। भागलपुर जिले की कहलगांव विधानसभा सीट बिहार की राजनीति में बेहद अहम रही है। इसे लंबे समय तक कांग्रेस के दिग्गज नेता सदानंद सिंह का गढ़ माना गया। सदानंद सिंह ने यहां से 9 बार जीत दर्ज की और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव जीता। लेकिन 2020 में पहली बार यहां से भाजपा (BJP) ने जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बना दिया। 

क्यों खास है कहलगांव विधानसभा?

  • कहलगांव विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है।
  • 2005 में पहली बार जदयू के अजय मंडल ने उलटफेर कर कांग्रेस को हराया।
  • 2020 में बीजेपी ने इस सीट पर पहली बार कब्जा कर लिया।
  • यहां कुल मतदाता 3.73 लाख से ज्यादा हैं, जिनमें पुरुष वोटरों की संख्या महिलाओं से अधिक है।

कहलगांव कांग्रेस का गढ़ क्यों माना जाता है?

  • कांग्रेस के दिवंगत नेता सदानंद सिंह ने यहां से लगातार 9 बार जीत दर्ज की।
  • सदानंद सिंह ने एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी जीत हासिल की।
  • कहलगांव सीट पर कांग्रेस की ऐतिहासिक पकड़ ने इसे "सदानंद सिंह का गढ़" बना दिया।

2005 का बड़ा उलटफेर

  • 2005 में जदयू के अजय मंडल ने कांग्रेस के सदानंद सिंह को हराया।
  • यह परिणाम सभी के लिए चौंकाने वाला रहा।
  • अजय मंडल आगे चलकर भागलपुर से सांसद भी बने।

2010 में कांग्रेस की वापसी

  •  2010 में सदानंद सिंह ने शानदार वापसी की और जदयू को हराया।
  •  सदानंद सिंह (INC)- 44,936 वोट (जीते)
  •  कहकशां परवीन (JDU) -36,001 वोट (हारे, अंतर -8,935 वोट)

खास बात: जदयू को कड़ी टक्कर मिली, लेकिन कांग्रेस ने जीत बरकरार रखी।

2015 में भी कायम रहा कांग्रेस का दबदबा

  •  सदानंद सिंह (INC)- 64,981 वोट (जीते)
  •  नीरज कुमार मंडल (LJP)-43,752 वोट (हारे, अंतर-21,229 वोट)

खास बात: कांग्रेस ने दोबारा अपनी पकड़ मजबूत की।

2020 में बीजेपी की रिकॉर्ड जीत

  •  बीजेपी के पवन यादव ने 2020 में कांग्रेस प्रत्याशी शुभानंद मुकेश (सदानंद सिंह के बेटे) को हराया।
  •  पवन यादव को 1,15,538 वोट मिले, जबकि शुभानंद को 72,645 वोट (हारे, अंतर-42,893 वोट)।

खास बात: यह कहलगांव सीट पर बीजेपी की पहली जीत थी और ऐतिहासिक भी। बाकी उम्मीदवार 3,000 से कम वोट ही जुटा पाए।

नोट: 12वीं पास पवन कुमार यादव पर पांच मुकदमें दर्ज हैं। उनकी कुल चल अचल संपत्ति 3.61 करोड़ है। उन पर 28 लाख का लोन है।