महुआ विधानसभा चुनाव 2025: इस सीट पर LJP(R) के संजय कुमार सिंह ने 87,641 वोट पाकर 44,997 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। RJD के मुकेश रोशन 42,644 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। तेज प्रताप यादव सिर्फ 35,703 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रह गए। 

Mahua Assembly Election 2025: महुआ विधानसभा सीट (Mahua Vidhan Sabha Seat) बिहार के वैशाली जिले की सबसे हॉट सीटों में गिनी जाती है। यहां का जातीय समीकरण बड़ा दिलचस्प है। यादव, मुस्लिम और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) मिलकर करीब 60% वोटर हैं। परिवार से निकाले जाने के बाद अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल गठित करके चुनावी मैदान में कूदे लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को यहां मुंह की खानी पड़ी। यहां उनकी जमानत जब्त हो गई। यहां से लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के प्रत्याशी संजय कुमार सिंह ने 44997 वोटों से शानदार जीत दर्ज की। उन्हें कुल 87641 वोट मिले। जिसके मुकाबले आरजेडी कैंडिडेट मुकेश कुमार रोशन को 42644 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। तेज प्रताप यादव यहां तीसरे नंबर पर पहुंच गए। उन्हें महज 35703 वोट प्राप्त हुए।

2020: तेज प्रताप की गैरमौजूदगी में भी RJD की जीत

महुआ विधानसभा चुनाव 2020 खास इसलिए रहा क्योंकि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव मैदान में नहीं थे। उनकी जगह मुकेश कुमार रौशन (RJD) ने चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। उन्हें 62,747 वोट मिले जबकि जदयू की आश्मा परवीन को 48,977 वोट हासिल हुए।

  • जीत का अंतर रहा 13,770 वोट।
  • नोट: लोजपा के संजय कुमार सिंह को 25,198 वोट मिले, जिससे समीकरण बिगड़ा और जदयू को नुकसान हुआ।

2015: तेज प्रताप यादव की धमाकेदार एंट्री

महुआ चुनाव 2015 लालू परिवार के लिए ऐतिहासिक रहा। तेज प्रताप यादव (RJD) ने पहली बार चुनाव लड़ा और भारी अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें 66,927 वोट मिले जबकि रविंद्र राय (HAMS) को केवल 38,772 वोट मिले।

  •  जीत का अंतर रहा 28,155 वोट।
  • नोट: यही चुनाव तेज प्रताप की पहचान बनाने वाला साबित हुआ और वे बाद में बिहार सरकार में मंत्री बने।

2010: एनडीए लहर में जदयू का दबदबा

महुआ विधानसभा चुनाव 2010 में नीतीश कुमार की लहर थी। रविंद्र राय (JDU) ने 46,309 वोट पाकर आरजेडी के जगेश्वर राय को हराया, जिन्हें सिर्फ 24,384 वोट मिले।

  • जीत का अंतर रहा 21,925 वोट।
  • नोट: उस वक्त NDA सत्ता में था और विकास का मुद्दा हावी रहा।

जातीय समीकरण और प्रत्याशियों का बैकग्राउंड

महुआ की राजनीति में यादव और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। यादव वोट RJD के साथ मजबूत रहता है, जबकि जदयू को ओबीसी और सवर्ण वर्ग से सपोर्ट मिलता है।

  • तेज प्रताप यादव (RJD)- राजनीति विज्ञान से ग्रेजुएट, संपत्ति लगभग 5 करोड़, कुछ विवादित बयान और FIR उनके राजनीतिक करियर से जुड़ी रही हैं।
  • मुकेश रौशन (RJD)- साफ छवि, शिक्षा ग्रेजुएशन, संपत्ति 2.5 करोड़।
  • आश्मा परवीन (JDU) - स्थानीय राजनीति में सक्रिय, महिला चेहरा, संपत्ति 1.8 करोड़।