मोरवा विधानसभा चुनाव 2025: RJD के रणविजय साहू ने जीत हासिल कर सीट अपने नाम किया है।
Morwa Assembly Election 2025: मोरवा विधानसभा सीट (क्रम संख्या 135) बिहार के समस्तीपुर जिले में आती है। साल 2025 में रणविजय सिंह लगातार दूसरी बार विजय प्राप्त किए। 2020 में यहां RJD के रणविजय साहू की जीत हुई थी।
2010, 2015 और 2020 के चुनावी आंकड़े
2010 मोरवा विधानसभा चुनाव
- वैद्यनाथ साहनी (JD(U))- 40,271 वोट, विजेता
- अशोक सिंह (RJD) - 33,421 वोट, हारे
- अंतर: 6,850 वोट
2015 मोरवा विधानसभा चुनाव
- विद्यासागर सिंह निषाद (JD(U)) - 59,206 वोट, विजेता
- सुरेश राय (BJP)- 40,390 वोट, हारे
- अंतर: 18,816 वोट
2020 मोरवा विधानसभा चुनाव
- रणविजय साहू (RJD)- 59,554 वोट, विजेता
- विद्यासागर सिंह निषाद (JD(U))- 48,883 वोट, हारे
- अंतर: 10,671 वोट
नोट: आंकड़ों से पता चलता है कि यह सीट कभी जदयू का गढ़ रही, लेकिन 2020 में RJD ने इसे अपने कब्जे में ले लिया।
जातीय समीकरण और राजनीतिक गणित (Morwa Caste Equation)
मोरवा सीट पर सहनी समाज की संख्या सबसे ज्यादा है। इसके अलावा मुस्लिम और यादव मतदाता लगभग 30% हैं। ब्राह्मण और राजपूत भी निर्णायक वोटर हैं। इस कारण से हर चुनाव में RJD और JD(U) के बीच कड़ा मुकाबला होता है। 2025 में यह देखना दिलचस्प होगा कि जातीय समीकरण किस तरह काम करता है।
विजेता रणविजय साहू: छवि, संपत्ति और आपराधिक केस
2020 के विजेता रणविजय साहू (RJD) ने कुल 59,554 वोट हासिल किए थे। उनकी छवि स्थानीय नेता और सक्रिय कार्यकर्ता की है। मीडिया रिपोर्ट और चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार रणविजय साहू के खिलाफ कोई प्रमुख आपराधिक मामला नहीं है। उनकी संपत्ति और शिक्षा भी उनके राजनीतिक प्रोफाइल को मजबूत बनाती है।
चुनावी समीकरण और 2025 की तैयारी
2025 के मोरवा विधानसभा चुनाव में RJD, JD(U) और BJP के बीच मुख्य मुकाबला हो सकता है। RJD को मुस्लिम-यादव वोटों का फायदा मिलता है, जबकि JD(U) सहनी और अन्य उच्च जातियों में ताकत रखती है। BJP भी यहां अवसर तलाश रही है। कुल मतदाता लगभग 2.5 लाख हैं, जिनमें मतदाताओं की सक्रियता निर्णायक साबित होगी। मोरवा विधानसभा सीट पिछले चुनावों में JD(U) और RJD के बीच बदलती रही है। 2020 में RJD ने कब्जा जमाया, लेकिन 2025 में जातीय समीकरण और उम्मीदवार की छवि इस सीट का भविष्य तय करेगी।
