2025 के मोतिहारी विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बार फिर विजयी हुई। विधायक प्रमोद कुमार ने लगातार तीसरी बार जीत की हैट्रिक पूरी की। उन्होंने एक लाख से ज़्यादा वोटों की शानदार बढ़त हासिल की। ​​मोतिहारी की जनता ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया।

Motihari Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में मोतिहारी विधानसभा सीट (क्रम संख्या 19) बीजेपी लगातार तीन बार से जीत रही है और एक बार फिर विधायक प्रमोद कुमार ने जीत की हैट्रिक बनाई है। एक लाख से ज्यादा वोट लाकर प्रमोद कुमार जीते हैं।

2010, 2015 और 2020 का चुनावी इतिहास

2010 मोतिहारी विधानसभा चुनाव

  • प्रमोद कुमार (BJP) -51,886 वोट, विजेता
  • राजेश गुप्ता उर्फ बबलू (RJD)-27,358 वोट, हारे
  • जीत का अंतर: 24,530 वोट

2015 मोतिहारी विधानसभा चुनाव

  • प्रमोद कुमार (BJP)-79,947 वोट, विजेता
  • बिनोद कुमार श्रीवास्तव (RJD) -61,430 वोट, हारे
  • जीत का अंतर: 18,517 वोट

2020 मोतिहारी विधानसभा चुनाव

  • प्रमोद कुमार (BJP)-92,733 वोट, विजेता
  • ओम प्रकाश चौधरी (RJD)- 78,088 वोट, हारे
  • जीत का अंतर: 14,645 वोट

नोट: आंकड़ों से साफ है कि बीजेपी ने लगातार बढ़त बनाई है, लेकिन जीत का अंतर हर चुनाव में थोड़ा कम होता गया है।

जातीय समीकरण (Motihari Caste Equation 2025)

मोतिहारी सीट पर ब्राह्मण, भूमिहार, यादव, कुशवाहा और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बीजेपी का मजबूत वोट बैंक उच्च जाति और शहरी मतदाताओं में है, जबकि RJD यादव-मुस्लिम (MY) समीकरण पर भरोसा करती है। यही वजह है कि हर चुनाव में मुकाबला सीधा BJP बनाम RJD रहा है।

BJP विधायक की छवि और विपक्ष की चुनौती

वर्तमान विधायक प्रमोद कुमार (BJP) तीन बार लगातार जीत चुके हैं। उनकी छवि एक अनुभवी नेता की है। ग्रेजुएशन तक शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रमोद कुमार की कुल संपत्ति 3.83 करोड़ रुपए है। उन पर पांच लाख का कर्जा और चार क्रिमिनल केस भी है। उनकी राजनीतिक पकड़ उन्हें मजबूत बनाती है। वहीं RJD हर बार नया उम्मीदवार उतारती है लेकिन अब तक बीजेपी को टक्कर देने में नाकाम रही है। 2025 में अगर विपक्ष ने सही जातीय समीकरण बैठाया तो मुकाबला और रोचक हो सकता है।

मोतिहारी विधानसभा चुनाव 2025 का सबसे बड़ा सवाल

क्या प्रमोद कुमार चौथी बार जीतकर नया रिकॉर्ड बनाएंगे या फिर RJD इस बार वोटरों का भरोसा जीत पाएगी? जातीय समीकरण और वोट शेयर का खेल तय करेगा कि मोतिहारी सीट पर किसकी वापसी होगी।