बिहार चुनाव 2025 के लिए JDU ने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें लव-कुश और दलित समीकरण पर जोर है, लेकिन कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है। पार्टी ने चिराग पासवान की सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे हैं।

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासी बिसात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पहली चाल चल दी है। बुधवार को जनता दल (यूनाइटेड) ने 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में सब कुछ है। जातीय संतुलन, वफादार चेहरों पर भरोसा, बाहुबलियों की एंट्री, लेकिन एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है। यह वही पार्टी है जो खुद को संपूर्ण समाज की पार्टी बताती रही है, मगर इस बार की लिस्ट में संदेश साफ़ है, नीतीश ने इस चुनाव में जातीय समीकरण को हिंदू समाज के भीतर साधने पर पूरा ध्यान दिया है, हालांकि अभी और उम्मीदवारों के नाम सामने आना बाकी है।

लव-कुश समीकरण पर बड़ा दांव

नीतीश कुमार की राजनीति का आधार हमेशा “लव-कुश समीकरण” यानी कुर्मी-कुशवाहा गठजोड़ रहा है। 2025 की पहली लिस्ट में भी उन्होंने इसी आधार को मजबूत किया है। इस बार पार्टी ने 9 कुर्मी और 6 कुशवाहा उम्मीदवारों को टिकट दिया है यानी कुल 15 सीटों पर लव-कुश समाज को प्रतिनिधित्व मिला है। इसके अलावा 12 दलित प्रत्याशी उतारकर पार्टी ने यह भी संकेत दिया है कि दलित मतदाताओं को साधने की कोशिश इस बार और ज़्यादा आक्रामक होगी।

जदयू की पहली लिस्ट का जातीय एनालसिस

जदयू की पहली लिस्ट में कुल 57 उम्मीदवार हैं, जिनमें जातीय वर्गों के अनुसार वितरण कुछ इस प्रकार है…

  • 12 दलित (SC)
  • 9 कुर्मी
  • 6 कुशवाहा
  • 3 धानुक
  • 6 भूमिहार
  • 5 राजपूत
  • 1 कायस्थ
  • 1 ब्राह्मण
  • 5 वैश्य (बनिया/कायस्थ वैरिएंट)
  • 2 निषाद
  • 0 मुस्लिम, जो इस लिस्ट की सबसे चर्चित बात बन चुकी है।

महिला सशक्तिकरण का भी प्रयास

पार्टी ने इस बार 4 महिलाओं को टिकट दिया है। इनमें साहा (मधेपुरा), डॉ. मांजरीक मृणाल (वारिसनगर), अश्वमेघ देवी (समस्तीपुर), और रवीना कुशवाहा (विभूतिपुर) शामिल हैं। पार्टी ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम बताया है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि चार नाम प्रतीकात्मक हैं, वास्तविक सशक्तिकरण नहीं।

6 मंत्रियों को दोबारा मौका, 18 विधायक रिपीट

जदयू की इस लिस्ट में 6 मंत्रियों पर पार्टी ने दोबारा भरोसा जताया है। जिसमें विजय कुमार चौधरी (सरायरंजन), श्रवण कुमार (नालंदा), मदन सहनी (बहादुरपुर), महेश्वर हजारी (कल्याणपुर), सुनील कुमार (भोरे) और रत्नेश सदा (सोनबरसा) का नाम शामिल है। इसी के साथ, कुल 18 वर्तमान विधायकों को रिपीट किया गया है, जिससे साफ़ है कि नीतीश कुमार संगठन में पुराने चेहरों पर भरोसा बनाए हुए हैं।

चिराग पासवान की सीटों पर भी उतारे उम्मीदवार

जदयू ने अपनी पहली लिस्ट में चिराग पासवान के दावे वाली 5 सीट, सोनबरसा, अलौली, राजगीर, एकमा, मटिहानी और मोरवा पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। यह फैसला एनडीए गठबंधन में हलचल मचा सकता है, क्योंकि ये सीटें बीते चुनाव में लोजपा के खाते में थीं। जाहिर है, जदयू अब किसी भी हालत में “लोजपा का दबाव” नहीं झेलना चाहता।