किसी समय गांव में किसी के घर लड़की पैदा होने पर उसकी मौत हो जाती थी। यहां लड़कियों की संख्या कम होने लगी। गांव वाले इससे काफी परेशान थे। बड़े-बड़े वैद्य, बाबा के पास वो अपनी समस्या लेकर पहुंचे लेकिन कहीं से भी उन्हें आस नहीं मिली। इसके बाद एक दिन गांव में एक प्रसिद्ध तांत्रिक पहुंचे और फिर उनकी सलाह पर पुरुषों ने छठ शुरू की।