बिहार के आरा से एक दर्दनाक वारदात सामने आई है। एक 8 वर्षीय मासूम बच्ची की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हैरानी की बात यह है कि पुलिस को जांच के दौरान घर से कोई खून के निशान नहीं मिले हैं और न ही सीसीटीवी फुटेज। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद पाए गए।
'जवानी में खता, बुढ़ापे में सजा' का ताजा उदाहरण छपरा का यह कांड है। पुलिस को रेलवे विभाग के लोहे की चोरी के दो आरोपियों तक पहुंचने में 49 साल लग गए। जब यह कांड हुआ था। उस समय एक आरोपी की उम्र 19 साल थी, जबकि दूसरे की 20-21 साल।
बिहार के सुपौल में शुक्रवार को हुए खूनी खेल में एक 11 साल के बच्चे की जान चली गई। हैवानों को मासूम बच्चे पर भी तरस नहीं आई। उसे लाठी डंडों से पीट पीटकर मार डाला। घटना किशुनगंज इलाके के सुखासन पंचायत के वार्ड 11 की है।
ऐसे ही नहीं कहा जाता है कि इश्क अंधा होता है। बिहार के मुजफ्फरपुर के विवाहिता और उसके बहन के बड़े बेटे की प्रेम कहानी सुनने के बाद आप भी कहेंगे कि वाकई में इश्क अंधा होता है। पुलिस भी पशोपेश में पड़ी है।
बिहार की राजधानी पटना में बुढ़ापे की दहलीज पर खड़े एक शख्स पर अय्याशी का भूत चढ़ा तो 55 साल के बुजुर्ग ने मौज मस्ती करने के लिए गूगल सर्च किया। कॉल गर्ल उपलब्ध कराने वाले सेक्स रैकेट से संपर्क साधा।
बिहार के बक्सर ओपन जेल में उस समय हड़कम्प मच गया। जब एक कैदी गायब हो गया। इसका खुलासा कैदियों की गिनती के समय हुआ। कैदी की तलाश की जाने लगी। 24 घंटे बाद तक उसका कुछ पता नहीं चला तो जेल प्रशासन ने नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
बिहार के गोपालगंज से ऐसी खबर आई है। जिसे सुनकर विश्वास नहीं होता। पर यह सच है। पहले मॉं ने बेटे की पिटाई की। उसी समय उसके पिता भी घर पहुंच गए। वह शराब के नशे में थे। उन्होंने भी अपने बेटे की पिटाई की।
बिहार के अररिया जिले से एक दिल को झकझोरने वाली घटना सामने आई है। फारबिसगंज इलाके के मटियारी में एक मॉं ने पांच बदमाशों को घर पर बुलाया। उनकी खातिरदारी की और फिर अपने बेटे सुमन यादव को उनके हवाले कर दिया।
भाई की हत्या में गवाह रहे मजदूर बुधन कुमार (25 वर्ष) ने पंचायत की बैठक में हत्यारों से सुलह की बात नहीं स्वीकारी तो अपराधियों ने चाकू से गोदकर उसे मार डाला और शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।
तमिलनाडु मामले में अरेस्ट किए गए यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार यानि 23 मार्च को बिहार बंद का आह्वान किया गया था। मनीष के समर्थकों और राष्ट्रीय जन जन पार्टी (आरजेजेपी) की तरफ से बिहार बंद की कॉल की गई थी।