सार

बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को बिना शर्त जमानत मिल गई है। जेल से बाहर आकर उन्होंने पत्रकारों से बता की और उनके सवालों का जवाब दिया।

 

बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को बिना शर्त जमानत मिल गई है। जेल से बाहर आकर उन्होंने पत्रकारों से बता की और उनके सवालों का जवाब दिया।

जेल से बाहर आए प्रशांत किशोर

इससे पहले भी कोर्ट ने प्रशांत किशोर को बेल बॉन्ड में कुछ शर्तों के साथ जमानत दे दी थी लेकिन उन्होंने उन शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था। इसी वजह से उन्हें जेल परिसर में तीन घंटे गुजारने पड़े थे। पहले कोर्ट ने इस शर्त पर जमानत देने की बात कही थी कि वह भविष्य में किसी तरह का कोई धरना प्रदर्शन या सरकार के खिलाफ कोई प्रोटेस्ट नहीं करेंगे या विधि व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं करेंगे। लेकिन पीके ने इसे मानने से साफ इंकार कर दिया था।

जमानत के बाद पीके ने कही ये बात

प्रशांत किशोर ने प्रेस वार्ता में कहा, “हम बीपीएससी के दोबारा परीक्षा के लिए लीगल रास्ते भी अपनाएंगे और तमाम मुश्किलों के बावजूद अनशन जारी रखेंगे।” इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह हिरासत में भी मैं पानी पीकर ही रहे। वह किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने आगे कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के लिए उनका अनशन जारी रहेगा। जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता कोई भी ताकत मुझे नहीं झुका सकेगा।

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