2025 के साहेबपुर कमाल विधानसभा चुनाव में बेगूसराय ज़िले की इस महत्वपूर्ण सीट पर राजद के सत्तानंद सम्बुद्ध ने जीत हासिल की। उन्हें 76,798 वोट मिले। मतदाताओं ने उनका समर्थन किया।
Sahebpur Kamal Assembly Election 2025: साहेबपुर कमाल विधानसभा सीट (Sahebpur Kamal Assembly Seat) बेगूसराय जिले की राजनीति का अहम केंद्र रही है। RJD के सत्तानन्द संबुद्धा एक बार फिर जीत हासिल कर लालटेन जलाया है। 76798 वोट के साथ आरजेडी की हुई जीत।
2020 का मुकाबला: RJD का जलवा
2020 विधानसभा चुनाव में RJD प्रत्याशी सत्तानन्द संबुद्धा ने JDU उम्मीदवार शशिकांत कुमार शशि उर्फ अमर कुमार सिंह को 14,225 वोटों के बड़े अंतर से हराया।
- सत्तानन्द संबुद्धा (RJD) : 64,888 वोट
- शशिकांत कुमार शशि (JDU) : 50,663 वोट
नोट: 41.45% मतदान के बीच आई यह जीत बताती है कि जनता बदलाव चाहती थी।
2015 का चुनाव: राजद की भारी जीत
2015 में RJD के श्री नारायण यादव ने जबरदस्त जीत दर्ज की थी।
- श्री नारायण यादव (RJD): 78,225 वोट
- एमडी असलम (LJP): 32,751 वोट
नोट: इस जीत से साफ हुआ कि मतदाता एनडीए के खिलाफ खड़े थे और RJD को लगातार समर्थन मिला।
2010 का इतिहास: कांटे की टक्कर
2010 का चुनाव भी यादगार रहा। उस समय यहां मुकाबला कड़ा था और सीट पर जातीय समीकरण का गहरा असर दिखा। हालांकि, आंकड़े बताते हैं कि धीरे-धीरे RJD ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत की।
कौन-कौन हैं प्रमुख चेहरे?
- सत्तानन्द संबुद्धा (RJD): मौजूदा विधायक, शिक्षा और संगठन दोनों में सक्रिय।
- शशिकांत कुमार शशि (JDU): 2020 में हारने के बावजूद अब भी पार्टी का मजबूत चेहरा।
- एनडीए का नया दांव: BJP और JDU की रणनीति इस बार पूरी तरह बूथ मैनेजमेंट और जातीय संतुलन पर केंद्रित है।
नोट: प्रत्याशियों की शिक्षा, संपत्ति और आपराधिक रिकार्ड पर भी जनता की नजर रहती है। साफ-सुथरी छवि यहां वोटरों का झुकाव बदल सकती है।
जातीय समीकरण और चुनावी फैक्टर
- साहेबपुर कमाल में यादव, कुशवाहा, मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों की संख्या अधिक है।
- RJD को यादव-मुस्लिम समीकरण का फायदा मिलता है।
- NDA जातीय समीकरण तोड़ने के लिए बूथ स्तर पर रणनीति बना रही है।
- स्थानीय मुद्दे: बेरोजगारी, शिक्षा और सड़क-स्वास्थ्य सुविधाएं।
क्या 2025 में फिर बदलेगा खेल?
सबसे बड़ा सवाल यही है-क्या RJD लगातार तीसरी बार जीत दर्ज कर पाएगी या NDA कोई बड़ा उलटफेर करेगा? मतदाता हमेशा साहेबपुर कमाल से नया संदेश देते आए हैं। यही वजह है कि इस बार भी मुकाबला बेहद दिलचस्प और रहस्यमयी होने वाला है।
