बिहार शिक्षा विभाग के उपनिदेशक वीरेंद्र नारायण पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। SVU की टीम ने पटना, कटिहार, पूर्णिया, वैशाली समेत कई जिलों में एक साथ छापेमारी कर दस्तावेज़ जब्त किए।

पटनाः बिहार में न तो भ्रष्ट अधिकारियों की कमी दिख रही है न तो उन पर होने वाली कार्रवाई का सिलसिला थमता दिख रहा। ताजा मामला शिक्षा विभाग से जुड़ा है, जहाँ उपनिदेशक वीरेंद्र नारायण पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगा है। गुरुवार, 11 सितंबर 2025 की सुबह स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) की टीम ने उनके कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई कटिहार, पूर्णिया, वैशाली, मुजफ्फरपुर और पटना के रामकृष्णा नगर क्षेत्र स्थित आवासों पर की गई।

आय से अधिक संपत्ति का मामला

बताया जा रहा है कि वीरेंद्र नारायण, जो तिरहुत प्रमंडल में आरडीडीई मुजफ्फरपुर में कार्यरत हैं, पर तीन करोड़ 76 लाख रुपये से अधिक की आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का गंभीर आरोप है। विजिलेंस की टीम ने इनके खिलाफ विशेष थाने में मामला दर्ज किया है। सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि अधिकारी ने अपने आधिकारिक वेतन और वैध आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है।

विजिलेंस की टीम ने सुबह-सुबह छापेमारी कर दस्तावेज़, संपत्ति से जुड़े कागजात और अन्य सामग्री की जांच शुरू की। हालांकि खबर लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि टीम को छापेमारी के दौरान क्या-क्या मिला। अधिकारियों ने कहा कि छानबीन पूरी होने के बाद विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। वीरेंद्र नारायण शिक्षा विभाग में बड़े पद पर होने के चलते इस मामले ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। 

लगातार कार्रवाई कर रही विजिलेन्स

राज्य में विजिलेंस की कार्रवाई लगातार बढ़ रही है। इसके बावजूद कई अधिकारी करोड़ों में खेल कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। अब सबकी नजर इस छापेमारी की अगली कार्रवाई और उससे निकलने वाले तथ्यों पर टिकी है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो शिक्षा विभाग में बड़ी सफाई अभियान चल सकता है। वहीं, प्रशासन इस मामले की जांच को प्राथमिकता देने का संकेत दे चुका है। बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में यह मामला एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।