कांकेर, छत्तीसगढ़. यह तस्वीर स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत दिखाती है। गरीबों को समुचित इलाज दिलाने कई योजनाएं चल रही हैं, लेकिन उनका किसे लाभ हो रहा है, यह घटना यही बताती है। इस मरीज को डिस्चार्ज के बाद घर लौटना था। अस्पताल ने एम्बुलेंस का इंतजाम नहीं किया। संजीवनी एम्बुलेंस के ड्राइवर ने इसने निवेदन किया, तो जवाब मिला कि 4000 रुपए लगेंगे। जिन लोगों के पास खाने को पैसे नहीं, उनके लिए यह रकम बहुत बड़ी थी। आखिकार मरीज और उसके परिजन मायूस होकर 70 किमी दूर पैदल ही अपने घर को निकल पड़े। बता दें कि इस मरीज को कांकेर से रायपुर रेफर किया गया था। लेकिन वे वहां का खर्चा नहीं उठा सकते थे, इसलिए डॉक्टर ने उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी। यह मामला मंगलवार को जिला अस्पताल में देखने को मिला।