छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के एक पुलिस अधिकारी को तलाकशुदा महिला को धोखा देने और रेप करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। पीड़िता को दरोगा ने अपनी मरने की बात का झूठ बोल बनाए फिजिकल रिलेशन।
छत्तसीगढ़ के बिलासपुर से प्यार के नाम पर एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां एक पकल बीच ड़कप रोमांस करते रहे। लोग निकलते रहे और लड़की चलती बाइक पर लड़के की गोद में बैठकर चुम्मा-चाटी करते रहे।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सल अटैक में शहीद 10 जवानों में से पांच जवान पहले नक्सलियों के लिए काम करते थे। उनमें से एक कांस्टेबल जोगा कवासी (22) पिछले महीने ही डीआरजी में भर्ती हुआ था। ये पांच जवान सरेंडर करने के बाद डीआरजी में शामिल हो गए।
छत्तीसगढ़ृ के बालोद में डोंगरगढ़ से अपनी नई कार की पूजा कराकर वापस लौट रहे परिवार की कार भैंस से टकराने के बाद एक ट्रक से जा भिड़ी। कार में सवार 6 लोगों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं 3 लोगों का राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले के बाद की तस्वीरें दिल झकझोरने वाली हैं। एक मॉं अपने बेटे को अंतिम बार सीने से लगाना चाहती थी तो एक शहीद जवान की पत्नी खुद को ही नहीं संभाल पा रही थी। पापा के मौत की खबर सुनकर बच्चे भी मर्माहत थे।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा के कन्हाई बंद गांव के रहने वाले एक शख्स ने कुत्ते की बेरहमी से पिटाई की और उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। यह वीडियो वायरल हो गया। जिसने भी यह वीडियो देखा। उसने कुत्ते की पिटाई पर शख्स की निंदा की।
छत्तीसगढ़ (दंतेवाड़ा)। छत्तीसगढ़ के इतिहास में 26 अप्रैल का दिन नक्सलियों की कायराना हरकत के रूप में दर्ज हो गया। बुधवार को सड़क पर IED ब्लास्ट में डीआरजी के 10 जवान और एक सिविलियन की मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार(26 अप्रैल) को हुए नक्सली हमले के बाद के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। इसमें नक्सली भागते दिख रहे हैं। हालांकि इन वीडियो की पुष्टि नहीं हो पाई है।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले में मार गए 10 जवान और एक ड्राइवर के परिवार अब शव लेने के लिए पहुंच रहे हैं। किसी की बेटी रो रही है तो किसी के पिता और पत्नी।
Naxal Attack in Chhattisgarh: भगवान श्री राम ने अपना वनवास के कुछ समय छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा क्षेत्र में ही बिताएं। उन दिनों इसे दण्डकारण्य कहा जाता था। भगवान राम की कर्म भूमि रहा यही दण्डकारण्य अब नक्सलियों का अड्डा बन गया है।