दिल्ली के लाल किला कार ब्लास्ट में 12 की मौत, मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी की DNA से पहचान। जांच में कई गाड़ियों से सिलसिलेवार हमलों की बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ। एक इकोस्पोर्ट जब्त, ब्रेज़ा की तलाश जारी।

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने लाल किला इलाके के पास हुए घातक कार ब्लास्ट की जांच तेज कर दी है। एक ब्रेज़ा गाड़ी की तलाश कर रही है, जिसके मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी से जुड़े होने का शक है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ब्रेज़ा गायब हो गई। एक दूसरी लाल इकोस्पोर्ट कार को फरीदाबाद पुलिस पहले ही जब्त कर ली है। इस बीच, खुफिया एजेंसियों ने गुरुवार को इस घातक हमले से जुड़ी एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया, जिसमें कई जगहों पर एक साथ हमले करने के लिए विस्फोटकों से भरी और भी गाड़ियां शामिल थीं।

खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, जांच का दायरा तब और बढ़ गया जब पता चला कि आरोपी ने हमलों में इस्तेमाल के लिए एक i20 और एक इकोस्पोर्ट गाड़ी को मॉडिफाई करने का काम पहले ही शुरू कर दिया था। जांचकर्ता अब यह पता लगा रहे हैं कि क्या सिलसिलेवार धमाकों को अंजाम देने की एक बड़ी योजना के तहत इसी तरह की दूसरी गाड़ियां भी तैयार की जा रही थीं। एक खुफिया सूत्र ने ANI को बताया, "i20 और इकोस्पोर्ट के बाद, यह बात सामने आई कि 2 और पुरानी गाड़ियों को तैयार करने की तैयारी चल रही थी, जिनमें विस्फोटक लगाए जा सकते थे।"

बुधवार को फरीदाबाद पुलिस ने लाल रंग की इकोस्पोर्ट DL 10 CK 0458 को जब्त कर लिया, जिसके दिल्ली ब्लास्ट मामले के मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर उन नबी से जुड़े होने का शक है। डॉ. उमर से जुड़ी यह संदिग्ध लाल इकोस्पोर्ट खंडावली गांव के पास खड़ी मिली। इसके अलावा, जांच एजेंसियों ने बताया कि लगभग आठ संदिग्ध कथित तौर पर चार जगहों पर एक साथ धमाके करने की तैयारी कर रहे थे, जिसमें हर जोड़ी को एक खास टारगेट शहर सौंपा गया था।

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि फरीदाबाद पुलिस ने फहीम नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया है, जिसने कथित तौर पर हाल ही में हुए दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ी लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट को खंडावली इलाके में पार्क किया था। खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, फहीम मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर उन नबी का रिश्तेदार है और घटना से पहले कथित तौर पर उसके संपर्क में था। इससे पहले दिन में, अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने कानपुर से मोहम्मद आरिफ नाम के एक मेडिकल छात्र को दिल्ली ब्लास्ट के संदिग्ध डॉ. शाहीन सईद से कथित संबंध के चलते हिरासत में लिया है।

फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) और दिल्ली पुलिस की एक संयुक्त टीम ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में ब्लास्ट साइट के पास न्यू लाजपत राय मार्केट से एक शरीर का अंग बरामद किया। इस ब्लास्ट में 12 लोगों की जान चली गई थी। चल रही जांच में मदद के लिए शरीर के अंग को फोरेंसिक जांच के लिए ले जाया गया। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली ब्लास्ट मामले के आरोपी डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल की डायरियां बरामद की हैं, जिनमें 8 से 12 नवंबर की तारीखों का जिक्र है, जिससे पता चलता है कि उस दौरान इस तरह की घटना की योजना चल रही थी।

सूत्रों के मुताबिक, डायरी में करीब 25 लोगों के नाम भी थे, जिनमें से ज्यादातर जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद के रहने वाले थे। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने बुधवार को फोरेंसिक डीएनए टेस्टिंग में डॉ. उमर उन नबी के बायोलॉजिकल सैंपल का उसकी मां के सैंपल से मिलान होने के बाद पुष्टि की कि लाल किले के पास कार ब्लास्ट करने वाला शख्स डॉ. उमर उन नबी ही था। 10 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला परिसर के पास हुए धमाके में 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।