Delhi Blast : दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार शाम हुए धमाके और 4 आतंकी डॉक्टरों के गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय चर्चा में आ गया है। माना जा रहा है कि यह चारों डॉक्टर यहीं पर बैठकर हमले की प्लानिंग करते थे।
दिल्ली में लाल किला के पास हुए बम धमाके को फ़िदायीन आतंकी हमला बताया जा रहा है। इस आतंकी हमले में एक डॉक्टर्स उमर मोहम्मद का नाम सामने आ रहा है। वहीं पिछले दिनों जिन तीन डॉक्टरों को विस्फोटक समाग्री के साथ गिरफ्तार किया है उनका कनेक्शन भी उमर से था। जो एक अंतरराज्यीय आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं। हैरानी की बात यह है कि यह चारों आतंकी पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर हैं, जिनका सीधा कनेक्शन हरियाणा के फरादीबाद के अल फलह मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल है।
चारों डॉक्टर का करनेक्शन फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय
माना जा रहा है कि देश में आतंकी हमले की प्लानिंग करने वाले यह चारों डॉक्टर डॉ. उमर मोहम्मद, डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ. अदील और महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद शामिल हैं। अब हरियाणा पुलिस और देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां इन चारों डॉ. के बारे में यह पता लगाने में जुटी है कि इस पूरी नेटवर्क में किसका क्या रोल था। माना जा रहा है कि यह चारों आतंकि अल-फलाह यूनिवर्सिटी में बैठकर देश को दहलाने की प्लानिंग करते थे।
1. 7 नवंबर को ही गुजरात एटीएस ने अहमद मोहियुद्दीन सैयद नाम के डॉक्टर को गिरफ्तार किया था। जो मूलरुप से हैदराबाद का रहने वाला है और चीन से एमबीबीएस किया है।
2. 7 नवंबर को हरियाणा के फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को पकड़ा है। जो कि मूल रूप से लखनऊ रहने वाली है।
3. पुलिस ने 10 नवंबर को कश्मीर से डॉ. मुझमिल शकील को गिरफ्तार किया है। जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था।
4 दिल्ली हमले से पहले पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद को गिरफ्तार किया था, जो अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था।
क्या है अल-फ़लाह विश्वविद्यालय
बता दें कि अल-फ़लाह विश्वविद्यालय यानि एएफयू हरियाणा के फरीदाबाद जिले में स्थित है, यूनिवर्सिटी का परिसर लगभग 70 एकड़ में फैला हुआ है। अल यह एक निजी विश्वविद्यालय है। एएफयू भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसकी स्थापना 2014 में अल-फ़लाह चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा हरियाणा निजी विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम के तहत की गई थी। अब यह मेडिकल कॉलेज दिल्ली ब्लास्ट और चारों आतंकियो के नाम सामने आने से चर्चा में आया है। क्योंकि यह चारों कहीं ना कहीं इस कॉलेज से जुड़े रहे हैं। अल-फलाह विश्वविद्यालय में 650 बेड का चैरिटेबल अस्पताल भी संचालित होता है। इस यूनिवर्सिटी के अंदर हॉस्टल स्टाफ व डॉक्टरों के क्वाटर्स, लाइब्रेरी, लैब हैं।
