Shocking Exam Pressure Case: फरीदाबाद में 17 वर्षीय JEE छात्रा ने 10वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। 95% अंक लाने के बाद भी एग्जाम प्रेशर और डिप्रेशन से जूझ रही थी। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला-क्या वजह सिर्फ स्ट्रेस था या कहानी इससे गहरी है?
JEE Main Suicide Case: फरीदाबाद के सेक्टर 88 में स्थित एडोर सोसाइटी बुधवार शाम उस समय दहशत में आ गई, जब JEE मेन की तैयारी कर रही 17 साल की एक लड़की ने 10वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। लड़की 12वीं में 95% अंक लाई थी और दूसरे प्रयास में JEE Main पास न कर पाने के बाद भारी तनाव में थी। शुरुआती जांच में डिप्रेशन की पुष्टि हुई है, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे ये मामला और भी रहस्यमयी हो जाता है।
घर में अकेली थी छात्रा, फिर पहुंची 10वीं मंजिल पर
घटना के समय लड़की की मां और छोटा भाई घर पर नहीं थे। पुलिस के अनुसार, छात्रा तीसरी मंजिल से लिफ्ट लेकर सीधे 10वीं मंजिल पर गई और कुछ ही मिनटों बाद उसने छलांग लगा दी। सोसाइटी के गेट पर मौजूद गार्ड ने तेज आवाज सुनकर दौड़ लगाई और लड़की को खून से लथपथ देखा। परिवार तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल ले गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
JEE मेन में असफल होने के बाद से थी तनाव में
पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रा ने पिछले साल JEE Main का पहला प्रयास दिया था, लेकिन वह पास नहीं हुई। इसके बाद वह लगातार प्रेशर और निराशा में रहती थी। परिवार इस बदलाव को समझ गया और उसे दिल्ली के एक अस्पताल में डिप्रेशन का इलाज भी दिलाया जा रहा था।
पुलिस को नहीं मिला कोई सुसाइड नोट&क्या कहानी इससे बड़ी है?
अधिकारी बताते हैं कि अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे घटना के पीछे की वजह और भी उलझन पैदा करती है। हालांकि पुलिस की प्राथमिक जांच बताती है कि एग्जाम स्ट्रेस और मानसिक दबाव इस मौत के प्रमुख कारण हो सकते हैं।
शिक्षा व्यवस्था और प्रेशर पर फिर उठे सवाल
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि क्या हमारा कॉम्पिटिटिव एग्जाम सिस्टम बच्चों पर असहनीय दबाव डाल रहा है? 95% अंक लाने वाली प्रतिभाशाली छात्रा अगर तनाव में जिंदगी खत्म कर ले, तो जिम्मेदारी किसकी है?
Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250.
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ: 9999666555 , ISS iCall: 022-25521111, मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।


