सार
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए किसान नेता गुरनाम सिंह चारुनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। चारुनी ने हुड्डा पर 'अति बुद्धिहीन' होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने किसी से समझौता नहीं किया।
पंचकुला। हाल ही में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में जीतने की तमाम उम्मीदों के बाद भी कांग्रेस हार गई। 90 सीटों पर हुए चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 37 जीत सकी। भाजपा ने 48 सीट जीतकर तीसरी बार राज्य की सत्ता पाई है।
कांग्रेस की हार की वजह क्या रही? इस सवाल को लेकर चर्चाएं हैं। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारुनी ने न्यूज एजेंसी IANS के साथ बातचीत में इसके लिए कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार बताया है।
गुरनाम सिंह बोले- भूपेंद्र हुड्डा अति बुद्धिहीन है
गुरनाम सिंह ने कहा, "मैं ये मानता हूं कि भूपेंद्र हुड्डा अति बुद्धिहीन है। हरियाणा में जो माहौल बनाया कांग्रेस के पक्ष में, वो हमने बनाया। वो किसान वर्ग ने बनाया। चलो मेरे को नहीं दी (चुनाव लड़ने के लिए टिकट) थी। दूसरे किसान मित्रों को दे देता। कम से कम लोगों के अंदर ये तो जाता कि हां, बीजेपी तो पहले से किसानों की नहीं है, कांग्रेस भी अलग रखने लगी तो किसान कहां जाएंगे। इसलिए मैं खड़ा हुआ और भी कई लोग प्रयास में थे, लेकिन नहीं हो पाई (चुनाव में जीत)।"
उन्होंने कहा, "कांग्रेस की हार की सबसे बड़ी वजह है कि इसने (भूपेंद्र हुड्डा) किसी से समझौता नहीं किया। कांग्रेस ने इसपर छोड़ दिया। मैं कांग्रेस हाई कमान से कहूंगा कि अभी भी भूपेंद्र हुड्डा को विपक्ष का नेता नहीं बनाएं। क्योंकि पिछले 10 सालों में भूपेंद्र हुड्डा ने विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई। किसान यूनियन ने विपक्ष की भूमिका निभाई। अगर ऐसा ही आगे भी रहा तो उम्मीद नहीं करना कि कांग्रेस की सरकार आएगी। विपक्ष की अच्छी भूमिका निभानी पड़ेगी। मजबूत विपक्ष चाहिए। लड़ने वाले आदमी को आगे करना पड़ेगा।"
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