सार
साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डाउनलोड की गई तस्वीरों का इस्तेमाल कर अपने दोस्तों के फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर लोगों को ठगने के आरोप में बुधवार को दिल्ली से गुजरात के एक जोड़े को गिरफ्तार किया।
गुरुग्राम(Gurugram). साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से डाउनलोड की गई तस्वीरों का इस्तेमाल कर अपने दोस्तों के फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर लोगों को ठगने के आरोप में बुधवार को दिल्ली से गुजरात के एक जोड़े को गिरफ्तार किया। जानिए कैसे लोगों को ठगता था ये कपल?
पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया
गुजरात के वडोदरा के रहने वाले रक्षित (35) और नेहा पटेल (32) को मई 2020 में गुरुग्राम के एक निवासी की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जिसने आरोप लगाया था कि उन्होंने उसके साथ 50,000 रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। कपल को 1 फरवरी को शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
पुलिस ने कहा कि रक्षित वीजा एजेंट के तौर पर काम करता था, लेकिन कथित तौर पर उसने चार साल पहले एक दोस्त की मदद से लोगों को ठगना शुरू किया। बाद में उसने अपनी पत्नी को भी इसमें शामिल कर लिया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे 5 मई 2020 को एक खाते से व्हाट्सएप पर एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें उसके एक दोस्त की फोटो डिस्प्ले पिक्चर के रूप में थी। उसे गंभीर रूप से बीमार रिश्तेदार के इलाज के लिए 50,000 रुपये मांगे गए थे।
शिकायतकर्ता ने उस पर भरोसा करते हुए पैसे एक बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। बाद में पता चला कि उसके साथ धोखा हुआ है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई थी। पुलिस ने दंपति की आरोपी के रूप में पहचान की और पाया कि वे गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते थे।
पुलिस ने बताया कि एक बार, उन्हें अल्मोड़ा तक ट्रेस किया गया था, लेकिन जब तक पुलिस की टीम वहां पहुंची, वे पहले ही वहां से निकल चुके थे। हाल ही में वे दिल्ली आए और एक होटल में ठहरे थे। पुलिस की टीम ने मंगलवार रात जोड़े को वहां से पकड़ लिया।
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, पूर्व के एसएचओ इंस्पेक्टर जसवीर सिंह ने कहा, "हम उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान कई मामले सुलझ जाएंगे।"
कैसे-कैसे करते हैं फ्रॉड, पढ़िए दो उदाहरण
1. ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले(online fraudsters) साइबर क्राइम करने के लिए कैसे-कैसे तरीके अपनाते हैं, इसका आपको पता होना चाहिए, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके। पिछले दिनों मुंबई के बोरीवली गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) ने एक 26 वर्षीय कैब ड्राइवर को गिरफ्तार किया था, जो अपने बैंक अकाउंट कथित तौर पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों को किराए पर देता था। गिरफ्तारी के बाद पता चला है कि आरोपी ने मुंबई के अलग-अलग बैंकों में जैसे- धारावी, माहिम और माटुंगा में 16 से ज्यादा अकाउंट खोल रखे थे। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
2. किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर आप अपनी स्मार्ट टीवी या मोबाइल में AnyDesk app डाउनलोड न करें। यह खबर आपको अलर्ट करती है। महाराष्ट्र के ठाणे शहर के एक व्यक्ति से ऑनलाइन जालसाजों(online fraudsters) ने कथित तौर पर पांच लाख रुपये की ठगी कर ली, जब वह अपने टीवी चैनल की सेवा में खराबी की जांच कर रहा था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
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