सार

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस पिछड़ गई। विश्लेषण बताते हैं कि अगर AAP कांग्रेस के साथ गठबंधन करती तो नतीजे कुछ अलग हो सकते थे।

Haryana Assembly Elections 2024 Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है। भाजपा ने जहां 48 सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं कांग्रेस सिर्फ 37 सीटों पर ही सिमट गई। 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद किसी भी दल के लिए सत्ता में लौटना आसान नहीं होता, लेकिन बीजेपी ने सही चुनावी रणनीति आजमाकर एंटी-इनकम्बेंसी जैसे सभी दावों को पलट दिया। हालांकि, कहा तो ये भी जा रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण AAP रही, जिसने कुल 90 सीटों में से 89 पर चुनाव लड़ा लेकिन एक भी नहीं जीत पाई। सिर्फ कोसली सीट से पार्टी ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था।

कांग्रेस से गठबंधन करती AAP तो होते अलग नतीजे?

बता दें कि हरियाणा में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन करती तो शायद नतीजे कुछ और होते। कांग्रेस से अलग हटकर चुनाव लड़ने वाली AAP ने हरियाणा की लगभग हर एक सीट पर अपने उम्मीदवार तो उतारे लेकिन उसे सभी में करारी हार मिली। अगर वो कांग्रेस के साथ गठबंधन करती तो परिणाम कुछ और हो सकते थे।

5 सीटों पर AAP को मिले वोट कांग्रेस की हार के अंतर से ज्यादा

हरियाणा की 5 सीटें ऐसी हैं, जिनमें आम आदमी पार्टी को मिले वोट कांग्रेस की हार के डिफरेंस से ज्यादा या उसके आसपास हैं। हरियाणा की इन पांच सीटों उचाना कलां, असंध, डबवाली, दादरी और महेंद्रगढ़ सीट पर BJP कैंडिडेट ने जीत दर्ज की है। ऐसे में अगर कांग्रेस और आप मिलकर चुनाव लड़तीं तो भाजपा को 5 सीटों पर सीधे तौर पर नुकसान पहुंचा सकती थीं।

हरियाणा में 2019 के चुनाव में AAP को NOTA से भी कम वोट

2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने कुल 90 सीटों में से 46 पर चुनाव लड़ा था। हालांकि, इस दौरान उसे NOTA से भी कम वोट मिले थे। AAP का वोट प्रतिशत जहां 0.48 रहा, वहीं नोटा को 0.53% वोट मिले थे। इस दौरान 27 सीटें ऐसी रहीं, जिनमें आप को 1000 से भी कम वोट मिले। वहीं, 40 सीटों पर उसे 2000 से भी कम वोट मिले थे।

लोकसभा चुनाव में भी नहीं खुला था AAP का खाता

वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में AAP ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा। हरियाणा की कुल 10 लोकसभा सीटों में कांग्रेस ने 9 से जबकि आप ने 1 सीट से उम्मीदवार खड़ा किया। हालांकि, यहां भी उसका खाता नहीं खुला।

10 से ज्यादा सीटों पर AAP को 1000 से भी कम वोट

हरियाणा की 10 से ज्यादा ऐसी सीटें हैं, जहां AAP उम्मीदवार को 1000 से भी कम वोट मिले हैं। इनमें अंबाला कैंट से राज कौर गिल को 524 वोट, अटेली से सुनील राव को 209 वोट, बादली से हरपाल सिंह 601 वोट, बहादुरगढ़ से कुलदीप सिंह छिकारा 966 वोट, बावल से जवाहर लाल को 563 वोट, बवानी खेड़ा से धर्मवीर को 646 वोट, ऐलनाबाद से मनीष अरोड़ा को 885 वोट, फरीदाबाद से प्रवेश मेहता को 926 वोट, फिरोजपुर झिरका से वसीम जफर को 234 वोट और गन्नौर से आप प्रत्याशी सरोज बाला को सिर्फ 174 वोट ही मिले।

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