सार

चीका के गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज के छात्राओं की ई-मेल के जरिए भेजी गयी एक गुमनाम चिटठी ने प्रोफेसरों की पोल खोल दी है। चिटठी में प्राध्यापकों पर अश्लीलता फैलाने और नशे में धुत होकर कॉलेज आने का आरोप है।

कैथल। चीका के गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज के छात्राओं की ई-मेल के जरिए भेजी गयी एक गुमनाम चिटठी ने प्रोफेसरों की पोल खोल दी है। चिटठी में प्राध्यापकों पर अश्लीलता फैलाने और नशे में धुत होकर कॉलेज आने का आरोप है। जिले के उपमंडल गुहला चीका स्थित इस सरकारी कन्या कॉलेज की छात्राओं ने कुछ समय पहले भी ऐसी ही गुमनाम चिटठी प्रशासन को भेजी थी। फिलहाल, मामले की जांच चल रही है।

चिटठी में उन्हीं आरोपों को एक बार फिर दोहराया

जानकारी के मुताबिक, गुमनाम चिटठी में उन्हीं आरोपों को एक बार फिर दोहराया गया है। जिन आरोपों का इसके पहले भेजी गयी गुमनाम चिटठी में जिक्र था। चिटठी में सोशल मीडिया पर प्रोफेसरों द्वारा अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाया गया है। शराब पीकर कॉलेज आने व परिसर में भी अश्लीलता फैलाने का आरोप है।

आरोपी प्राध्यापक आरोपों को कर रहे खारिज

बहरहाल, आरोपी प्राध्यापक इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी ही शिकायत दूसरी बार आने के बाद अधिकारी कालेज जाकर छात्राओं से मिल सकते हैं और उनकी समस्याओं के बारे में पूछताछ कर सकते हैं। प्राचार्य राजेंद्र अरोड़ा का कहना है कि मामले की जांच शुरू की गई है।

चल रही हैं जांच

कॉलेज के प्रबंधन को नजदीकी से जानने वालों का कहना है कि यह जानकारी तो नहीं हो सकी है कि यह गुमनाम चिटठी किसने भेजी है, पर भेजी गयी चिटठी में किसी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा मेल भेजने का जिक्र है। इस सिलसिले में कॉलेज प्रबंधन ने सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के मोबाइल नम्बर एडीसी कार्यालय को उपलब्ध करा दिए हैं। हालांं​कि पूछताछ में किसी कर्मचारी ने यह स्वीकारा नहीं है कि मेल उसी के द्वारा किया गया है। कॉलेज प्रबंधन का यह भी कहना है कि कोई अनजान व्यक्ति गुमनाम चिटठी भेजकर छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहा है। महीने भर में कभी न कभी इस तरह की गुमनाम चिटठी आती रहती है।