सार
नूंह के डिप्टी कमिश्नर धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि ब्रज मंडल यात्रा से पहले स्थिति बहुत शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण है। दोनों समुदाय (हिंदू और मुस्लिम) इसका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।
Brij Mandal Yatra: हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार (22 जुलाई) को ब्रज मंडल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 5000 सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। इंटरनेट और SMS सेवाओं को भी 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, यहां पर जानना बेहद जरूरी है कि आखिर ब्रज मंडल यात्रा में ऐसी क्या खास बात है, जिसके लिए इतने बड़े स्तर पर तैयारी की गई है। बता दें कि ये साल में सिर्फ एक ही बार और एक ही दिन होती है। इसको लेकर हरियाणा सरकार टेंशन में है। इसलिए नूंह जिले को किले में तब्दील किया गया है।
ब्रज मंडल यात्रा एक हिंदू धार्मिक जुलूस है। ब्रज का मतलब होता है 'कृष्ण की भूमि'। इस तरह से ये देवता से जुड़े धार्मिक स्थलों से जुड़ा हुआ है। इसकी शुरुआत नूंह के नल्हड़ मंदिर से होती है। झिरका, झिरेश्वर मंदिर से होते हुए वापस नूंह के श्रृंगार मंदिर में आकर खत्म हो जाती है। इस साल यात्रा का आयोजन सावन के पहले सोमवार यानी 22 जुलाई को किया जा रहा है। इस यात्रा को पूरा करने में अलग-अलग हिंदू संगठन और साधुओं और धार्मिक लोगों का योगदान होता है। विश्व हिंदू परिषद इस यात्रा का मुख्य आयोजक है।
बीते साल ब्रज मंडल यात्रा के दौरान भारी बवाल
पिछले साल 31 July को ब्रज मंडल यात्रा के दौरान भारी बवाल हुआ था। दो होमगार्ड समेत 5 लोगों की मौत हो गई थी। हंगामा करने वालों ने पुलिस थानों को भी नहीं बक्शा था और आग के हवाले कर दिया था। इसके चलते हरियाणा के 4 जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई थी। हालांकि, इस बार प्रशासन ने पिछले हादसे से सबक लेते हुए पहले से तैयारी पर ध्यान दिया है।
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