सार

28 मई को नई संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर महापंचायत करने पर अड़े पहलवानों की दंगा करने और सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी करने में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तारी को लेकर राजनीति गर्माई हुई है।

 

नई दिल्ली. 28 मई को नई संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर महापंचायत करने पर अड़े पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया सहित अन्य प्रदर्शनकारियों की दंगा करने और सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी करने में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तारी को लेकर राजनीति गर्माई हुई है। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर महीने भर से अधिक लंबे धरने की जगह को साफ कर दिया। पुलिस ने कहा कि उन्हें वहां वापस जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन, 10 बड़ी बातें

1. पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 700 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जंतर मंतर पर तीन पहलवानों सहित 109 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। हालांकि देर शाम महिला बंदियों को रिहा कर दिया गया था।

2.विपक्षी दलों ने पहलवानों के साथ मारपीट को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है। पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था।

3. बृजभूषण सिंह पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

4.राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि अभिमानी राजा सड़कों पर लोगों की आवाज को कुचल रहे हैं और राज्याभिषेक खत्म हो गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह शर्मनाक है कि हमारे चैंपियनों से इस तरह से व्यवहार करते हैं।

5.पहलवानों द्वारा संसद के बाहर महिला महापंचायत बुलाए जाने के बाद सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे, जिसके लिए उनके पास अनुमति नहीं थी।

6.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए गए नए संसद भवन से बमुश्किल तीन किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर धरना स्थल पर अराजक दृश्य देखा गया, जब फोगट बहनों, साक्षी मलिक और अन्य ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों और पुलिस कर्मियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया।

7.पहलवानों और अन्य प्रदर्शनकारियों को बसों में धकेल कर अलग-अलग स्थानों पर ले जाने के तुरंत बाद पुलिस कर्मियों ने पहलवानों के अन्य सामानों के साथ चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत को हटाकर विरोध स्थल को साफ कर दिया।

8.हालांकि, ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने ट्विटर पर जंतर-मंतर पर अपना धरना जारी रखने की कसम खाई। उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, "हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है... हम अपना सत्याग्रह जंतर-मंतर से शुरू करेंगे। इस देश में तानाशाही नहीं होगी, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह होगा।"

9. एक पुलिस अधिकारी ने कहा-“जंतर मंतर पर हुई हाथापाई में पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और संगीता फोगट, और अन्य लोगों सहित विरोध प्रदर्शन के आयोजकों के खिलाफ नई दिल्ली जिले के संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है।

10. इस बीच बजरंग पुनिया ने कहा कि घर वापस जाना कोई विकल्प नहीं है। अब वे बाकी पहलवानों से मिलेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या करना है।

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