सार
ऐसे कई मामले सामने आते रहे हैं, जिनमें झूला ही बच्चे के गले का फंदा बन गया और उसकी मौत हो गई। ऐसा ही एक नया मामला तमिलनाडु के थिरुमुल्लाइवोयल(Thirumullaivoyal) में सामने आया है।
चेन्नई(CHENNAI). अगर आपका बच्चा अकेले झूला झूल रहा है, तो उसका ध्यान रखने की बहुत जरूरत है। ऐसे कई मामले सामने आते रहे हैं, जिनमें झूला ही बच्चे के गले का फंदा बन गया और उसकी मौत हो गई। ऐसा ही एक नया मामला तमिलनाडु के थिरुमुल्लाइवोयल(Thirumullaivoyal) में सामने आया है। पढ़िए पूर डिटेल्स...
ऐसे बन गया झूला गले का फंदा
थिरुमुल्लाइवोयल में शनिवार(18 फरवरी) को साड़ी के झूले से कथित रूप से गला घोंटने के बाद एक पांच वर्षीय लड़के की उसके घर में मौत हो गई। थिरुमुल्लाइवोयल पुलिस के अनुसार, लड़के की पहचान वहां के एक निजी स्कूल में कक्षा एक के छात्र जशवंत के रूप में हुई। वह कन्नप्पन और मीना का सबसे बड़ा बेटा था। कन्नप्पन एक निजी ट्रैवल कंपनी में ड्राइवर हैं। जशवंत का मयलेश नाम का दो साल का भाई है।
पुलिस ने कहा कि शनिवार शाम जशवंत झूले में खेल रहा था, तभी कथित तौर पर उसका गला घुंट गया। उसके माता-पिता उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर थिरुमुल्लावोयल पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए गवर्नमेंट किलपौक मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। आगे की पूछताछ जारी है।
यूपी के जालौन में आया था ऐसा ही मामला
मई, 2022 में उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। झूले की रस्सी बच्चे के गर्दन में फंस गई थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई थी।मृत बच्चे की पहचान अर्जुन के तौर पर हुई थी। कोतवाली थाने के एसएचओ उमाकांत ओझा के मुताबिक अर्जुन अपने घर के एक कमरे में खेल रहा था और उसने रस्सी से झूला बनाया। फिर उसने गेहूं की कुछ बोरियों को एक के ऊपर एक ढेर लगा दिया और झूले को पंखे से लटकाने के लिए उन पर चढ़ गया। तभी उसके गले में फंदा कस गया। क्लिक करके पढ़ें ये डिटेल्स...
अक्टूबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जरतौली रोड स्थित भगवती सरला पालीवाल इंटर कॉलेज के पास झूला झूलते समय एक किशोरी के गले में रस्सी का फंदा कस गया था। जरतौली रोड निवासी रन सिंह की 14 वर्षीय पुत्री अदिति कस्बे के ग्लोबल स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। खेलते समय यह हादसा हुआ था।
सितंबर, 2022 में पंजाब के मोहाली में दशहरा ग्राउंड में चल रहे मेले में ड्रॉप टावर झूला 50 फीट की ऊंचाई से अचानक नीचे गिर गया था। इस दौरान झूले में सवार 4 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे। जिसमें कई महिलाएं और बच्चे भी थे। हालांकि गनीमत यह रही कि हदासे में किसी की मौत होने की कोई सूचना नहीं थी। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
राजस्थान में हुआ था ये हादसा
राजस्थान के राजसमंद में दो साल पहले यहां के सिंचाई पार्क में झूले से गिरने से 13 साल की बच्ची की मौत हो गई थी। पार्क के पास में ही रहने वाली ममता (13 साल) अपनी सहेलियों के साथ रोज की तरह खेलने आई थी। वो 7-8 सहेलियों के साथ झूला झूल रही थी, तभी यह घटना हुई थी। बच्ची पार्क में लगे हुए पैर से चलने वाले झूले को हाथ से धक्का दे रही थी। उसकी सहेलियां झूले में बैठी थी। उसी दौरान ममता झूले के साथ आगे धकिल गई। जब झूला वापस आया, तब बैलेंस बिगड़ने से वो नीचे गिर गई। इससे उसकी गर्दन टूट गई। फिर झूला दोबारा वापस आया और उसके सिर से टकराया। इसमें उसका सिर फट गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
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