सार

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार को गुजरात से तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस के खाई में गिर जाने की घटना में मरने वालों की संख्या 7 हो गई है। हादसे में 28 घायल हुए हैं। बस 35 लोगों को लेकर गंगोत्री से लौट रही थी।

देहरादून. उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में रविवार को गुजरात से तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस के खाई में गिर जाने की घटना में मरने वालों की संख्या 7 हो गई है। हादसे में 28 घायल हुए हैं। बस 35 लोगों को लेकर गंगोत्री से लौट रही थी, तभी गंगनानी में दुर्घटना का शिकार हो गई। घायलों को जिला अस्पताल उत्तरकाशी मे भर्ती कराया गया। इसमें से सात गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल देहरादून के लिए रेफर किया गया है।

उत्तराखंड के उत्तरकाश में खाई में गिरी बस, पढ़िए कैसे हुआ हादसा?

दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे के बारे में शीर्ष अधिकारियों से बात की और उन्हें तेज गति से राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए। हादसे की सूचना मिलते ही स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF), नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) और मेडिकल टीमें मौके पर पहुंच गई थीं। जरूरत पड़ने पर सहायता के लिए देहरादून में एक हेलीकॉप्टर तैयार रखा गया था। उत्तराखंड लगातार बारिश से जूझ रहा है, जिससे कई जगहों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई है।

हादसे में इनकी मौत:मीना बेन उपाध्याय(51), गणपतराम मेहता (61), दक्षा मेहता(57), राजेश मैर(40),अनिरूद्ध जोशी(35), गिगा बाई भमर(40) और करनजीत भाटी(29)।  डीएम ने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एसडीएम भटवाड़ी को जांच अधिकारी बनाया है। वे सात बिंदुओं की जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगे।

उत्तरकाशी खाई में गिरी बस, कैसे हुआ हादसा?

भावनगर गुजरात के तीर्थयात्री 16 अगस्त को हरिद्वार से चारधाम यात्रा के लिए निकले थे। यमुनोत्री धाम के दर्शन कर शनिवार को ये लोग उत्तरकाशी पहुंचे थे। रविवार की सुबह बस गंगोत्री से दर्शन करके दोपहर में उत्तरकाशी के लिए रवाना हुई थी। कहा जा रहा है कि ड्राइवर स्पीड से बस चला रहा था। यात्रियों ने उसे कई बार टोका था। करीब 4 बजे गंगनानी से 100 मीटर गंगोत्री की ओर बस क्रैश बैरियर तोड़ते हुए 100 मीटर खाई में गिरकर एक पेड़ पर अटक गई थी। बस भागीरथी नदी में गिरने से बची थी।

बता दें कि यह पहाड़ी इलाका जरा-सी लापरवाही से हादसों की वजह बन जाता है। ऐसे ही 1995 में हुए बस हादसे में 70 और 2017 में हुए बस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई थी। जिले में डबराणी, गंगनानी और नालूपानी में अकसर हादसे होते हैं।

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