सार
'ऊपरवाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के' यह बात तो सुनी ही होगी! ऐसा ही कुछ केरल के मलप्पुरम जिले के नगर पालिका की 11 महिला सफाई कर्मचारियों के साथ हुआ। इनकी छोटी-मोटी नहीं, बल्कि 10 करोड़ की बम्पर लॉटरी लगी है।
मलप्पुरम(Malappuram). 'ऊपरवाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के' यह बात तो सुनी ही होगी! ऐसा ही कुछ केरल के मलप्पुरम जिले के नगर पालिका की 11 महिला सफाई कर्मचारियों के साथ हुआ। इनकी छोटी-मोटी नहीं, बल्कि 10 करोड़ की बम्पर लॉटरी लगी है।
मल्लपुरम वायरल न्यूज, केरल मॉनसून बम्पर लॉटरी
मिलिए मलप्पुरम नगर पालिका की उन 11 महिला सिविक वर्कर्स से, जिन्होंने 10 करोड़ रुपये की केरल की मॉनसून बंपर लॉटरी जीती है। इन 11 महिलाओं ने संयुक्त रूप से राज्य सरकार की 2023 मॉनसून बंपर लॉटरी का 10 करोड़ रुपये का जैकपॉट जीता है। ये महिलाएं 'हरित कर्म सेना' की मेंबर्स हैं, जो एक 'राज्य कुदुम्बश्री मिशन ग्रीन आर्मी' है, जिसे घर-घर से गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरा इकट्ठा करने और प्रॉसेसिंग से पहले छांटने का काम सौंपा गया है।
मलप्पुरम नगर पालिका की 11 वर्कर्स ने जीती 10 करोड़ की लॉटरी
लॉटरी जीतने वालीं महिलाएं मलप्पुरम जिले के परप्पनंगाडी नगर पालिका में कार्यरत हैं। उन्होंने 250 रुपये का टिकट मिलकर खरीदा था, क्योंकि उनके पास व्यक्तिगत रूप से लॉटरी टिकट खरीदने पैसा नहीं था। बीआर-92 का लकी ड्रा टिकट एमबी200261 था। आयकर और एजेंट कमीशन काटने के बाद पैसा किसी एक विजेता के खाते में जमा किया जाएगा। विजयी टिकट परप्पानंगडी में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा को सौंप दिया गया।
मॉनसून बम्पर का दूसरा पुरस्कार 10 लाख रुपये है और 1 लाख रुपये का सांत्वना पुरस्कार भी है।
1967 में केरल सरकार द्वारा स्थापित केरल राज्य लॉटरी विभाग लॉटरी सिस्टम के संचालन के लिए जिम्मेदार है। यह भारत में साप्ताहिक लॉटरी आयोजित करने वाला अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है। वर्तमान में विभाग सात लॉटरी का आयोजन करता है, जिसका ड्रा प्रतिदिन तिरुवनंतपुरम में दोपहर 3 बजे होता है।
केरल में महिलाओं की निकली 10 करोड़ की लॉटरी
10 करोड़ रुपये मिलने के बाद कुछ महिलाओं ने अपना कर्ज चुकाने, घर बनाने या रिनोवेशन की योजना बनाई है। वे करोड़पति बनकर बहुत खुश हैं, जिसकी उन्होंने केवल अपने सपनों में भी कल्पना की होगी।
राधा नामक महिला ने चौथी बार मॉनसून बंपर टिकट खरीदा थ। एक बार उसने 1000 रुपये की लॉटरी जीती थी। 57 सदस्यीय हरिता कर्म सेना की कॉर्डिनेटर शीजा गणेश ने विजेताओं के लिए आश्चर्य और खुशी व्यक्त की। उनकी मासिक आय 8000 रुपये से 14000 रुपये के बीच होती है।
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