दुमका जिले में छात्रा अंकिता सिंह की मौत के बाद राज्य में तनावपूर्ण माहौल है। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पूरे मामले में सरकार की लापरवाही की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि कहीं ना कहीं सरकार से चूक हुई है।
झारखंड के दुमका में अंकिता कुमारी (17) की जलाकर हत्या मामले में तनाव कि स्थिति है। जगह-जगह पर इसका विरोध किया जा रहा है। जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। आरोपी को फांसी देने की मांग की जा रही है।
अंकिता कुमारी की एक तरफा प्यार में पागल सनकी आशिक ने पेट्रोल डालकर जान ले ली। हत्या मामले में दुमका में तनाव कि स्थिति है। जगह-जगह पर इसका विरोध किया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच परिजनों ने अंकिता की शवयात्रा निकाली गई।
झारखंड के दुमका में 12वीं पढ़ने वाली अंकिता सिंह की दर्दनाक मौत से पूरा प्रदेश भावुक है। लोगों में आरोपी और प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है। लेकिन वहीं लड़की को जिंदा जलाने वाले आरोपी किसी तरह का अफसोस नहीं है। वो पुलिस कस्टडी में भी हंसता रहा।
दुमका की बेटी अंकिता कुमारी (17) की जलाकर हत्या मामले में दुमका में तनाव कि स्थिति है। जगह-जगह पर इसका विरोध किया जा रहा है। इसी बीच सोमवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता की अंतिम यात्रा निकाली गई। उसके घर से निकले इस अंतिम यात्रा में सैकड़ो लोग शामिल हुए।
झारखंड के दुमका में 17 वर्षीय अंकिता की मौत से तनाव फैल गया है। 22 अगस्त को एकतरफा प्यार में 'पागल' शाहरुख हुसैन ने अंकिता के घर में पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी। इलाज के दौरान अंकिता ने दम तोड़ दिया। सोमवार(29 अगस्त) को उसके अंतिम संस्कार में जबर्दस्त तनाव पैदा हो गया।
झारखंड में मानसून सक्रिय हो गया है। रविवार की देर शाम जमशेदपुर में हुई बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसके साथ कई दुर्घटनाओं की खबर सामने आई है, जिसके कारण एक मासूम सहित दो लोगों की जान चली गई है।
ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर संशय बना हुआ है। महागठबंधन के विधायकों ने भाजपा पर हेमंत सरकार को बदनाम करने और जनता में भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया।
झारखंड की राजनीति में पिछले तीन दिनों से उथल-पुथल मची है। चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद सीएम हेमंत सोरेन की कुर्सी खतरे में पड़ती दिख रही है। इसी बीच मुख्यमंत्री ने झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश के साथ बंद कमरे में गुपचुप बैठक की। जिसमें किसी को अंदर आने की अनुमति नहीं थी।
दुमका में अंकिता कुमारी की मौत की सूचना मिलने के बाद दुमका के स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। मका जिले के नगर थाना क्षेत्र के जरुआडीह मुहल्ला में रहने वाली अंकिता को 23 अगस्त की सुबह आग के हवाले कर दिया था।