मीनिंग लीज मामले में सीएम हेमंत सोरेन के साथ उनके छोटे भाई बसंत सोरेन की विधायकी पर भी फैसला आना है। माना जा रहा है कि सोमवार को राज्यपाल का फैसला आ जाएगा। इसके बाद चुनाव आयोग नोटिफिकेशन जारी करेगा।
झारखंड के दुमका जिले से एक दुखद खबर सामने आई है। जहां 5 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रही अंकिता की मौत हो गई। लड़की को शाहरूख नाम के सिरफिरे आशिक ने 23 अगस्त को एक तरफा प्यार में पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया था।
झारखंड में सियासी संकट के बीच सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायकी से अयोग्य करने संबंधित नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। झारखंड में राजनीतिक हलचल के बीच जेएमएम और महागठबंधन के सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ भेज सकते हैं।
झारखंड में सियासी उठापटक के दौरान कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे राज्य पहुंच कर वहां पार्टी के नेताओं विधायकों की मीटिंग होने वाली है। डैम घूमने के बाद सभी विधायक वापस रांची लौट रहे है, जहां वह मीटिंग मे शामिल होंगे।
रांची. झारखंड में राजनीति में कभी भी उथल-पुथल हो सकती है। चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद सीएम की विधायकी भी रद्द हो सकती है और उन्हें सीएम पद से भी इस्तीफा देना पड़ सकता है। इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन का महागठबंधन के विधायक और मंत्रियों के साथ खिंचा गया सेल्फी खूब वायरल हो रहा है। झारखंड में सरकार संकट में है लेकिन सीएम की सेल्फी ले रहे हैं सीएम। जानिए इन फोटोज के क्या मायने है...
झारखंड के गिरीडीह स्थित मधुबन में जारी राजनीतिक उथल पुथल के बीच भी भाजपा ने अपने प्रदेश प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। इसके उद्घाटन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बोले- मोदी सरकार देश के गरीबों के लिए समर्पित।
झारखंड में एक और राजनीतिक उथल पुथल चल रही है तो वहीं दूसरी और भाजपा ने अपना तीन दिनी शिविर (26 से लेकर 29 अगस्त तक) मधुबन में शुरू किया है। सांसद निशिकांत के शिविर में नहीं पहुंचने पर झामुमो ने ली चुटकी। संगठनात्मक और वैचारिक मुद्दों पर होगी चर्चा।
झारखंड में जारी राजनीतिक हलचल के बीच महागठबंधन के सभी मंत्री विधायक खूंटी के लतरातू डैम पहुंच हुए है। अभी जानकारी सामने आई है कि रांची में कांग्रेस प्रदेश के प्रभारी पहुंचने वाले है,जिसके चलते पार्टी के सभी लोग मीटिंग अटेंड करने पहुंच सकते है।
झारखंड में सियासी उठापटक के बीच शनिवार को सीएम हाउस से 3 लग्जरी बसों में विधायकों को शिफ्ट किया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी ऑफिस ऑफ प्रोफिट मामले को चलते खतरे में पड़ गई है। मामला यहां तक पहुंच गया है कि उनको इस्तीफा देना पड़ सकता है।
झारखंड में सीएम हेमंत सोरेने की ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले के कारण विधानसभा की सदस्यता जा सकती है। वहीं विपक्ष ने फिर सियासी बयानबाजी शुरू कर दी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का सीएम के लिए बोले- बीजेपी ने नहीं कहा था अपने पैर में कुल्हाड़ी मारो।