Rail Powerhouse in Making:रायसेन के उमरिया गांव में ₹1800 करोड़ का BEML रेल हब-औबेदुल्लागंज में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने किया भूमिपूजन। क्या यह प्रोजेक्ट MP को भारत का नया रेल मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनाएगा और हजारों नौकरियों की चाबी साबित होगा?
BEML Rail Hub Raisen Rajnath Singh Bhoomipujan: मध्यप्रदेश के औद्योगिक इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। रायसेन जिले के ग्राम उमरिया में ₹1800 करोड़ की लागत से बनने वाली BEML रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग इकाई का शिलान्यास और भूमिपूजन दशहरा मैदान, औबेदुल्लागंज में हुआ। इस कार्यक्रम में देश के रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह ने विशेष रूप से शिरकत की।
क्या मध्यप्रदेश बनेगा भारत का नया रेल मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस?
BEML (Bharat Earth Movers Limited) की यह इकाई अत्याधुनिक तकनीक से युक्त रेल उपकरण, कोच और इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह हब मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रेल उत्पादन मानचित्र पर नई पहचान दिला सकता है।
- हाई-टेक प्रोडक्शन लाइन
- राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रेल परियोजनाओं में योगदान
- अत्याधुनिक इंजीनियरिंग मानकों का पालन
"मेक इन इंडिया" को मिलेगी नई रफ्तार
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के अनुसार, यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मेक इन इंडिया" संकल्प का एक बड़ा कदम है। स्वदेशी उत्पादन, अत्याधुनिक तकनीक और स्थानीय कौशल विकास को मिलाकर यह हब न सिर्फ कोच बनाएगा बल्कि देश की रेल इंडस्ट्री के लिए इनोवेशन सेंटर भी बन सकता है।
यह भी पढ़ें…भोपाल में 18 हजार करोड़ रुपये लागत की रेल कोच फैक्ट्री, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे भूमिपूजन
रोजगार और आर्थिक गतिविधियों में उछाल
इस परियोजना से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर खुलेंगे। स्थानीय युवाओं को हाई-टेक ट्रेनिंग, सप्लाई चेन नेटवर्क का विस्तार और आसपास के क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
“ब्रह्मा रेल कोच निर्माण परियोजना”- विकास का इंजन
BEML की यह यूनिट फ्यूचर-रेडी कोच, मेट्रो ट्रेन कंपोनेंट्स और हाई-स्पीड रेल पार्ट्स तैयार करने में सक्षम होगी। इससे न केवल रेल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा बल्कि भारत के एक्सपोर्ट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा।
औबेदुल्लागंज का ऐतिहासिक पल
दशहरा मैदान में हुआ यह आयोजन केवल भूमिपूजन नहीं, बल्कि प्रदेश की औद्योगिक क्रांति की शुरुआत माना जा रहा है। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, उद्योग जगत के दिग्गजों और हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
क्या यह प्रोजेक्ट समय पर बनकर मध्यप्रदेश का भविष्य बदल देगा?
₹1800 करोड़ का यह निवेश प्रदेश की औद्योगिक तस्वीर बदलने की क्षमता रखता है। अब सवाल है—क्या यह सपना तय समय सीमा में पूरा होकर भारत का रेल मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनेगा? केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में होगा इकाई का शिलान्यास
यह भी पढ़ें…उज्जैन में CM मोहन यादव ने खोल दिया करोड़ों का खजाना, सिंहस्थ 2028 का बताया प्लान
