Bhopal Mega Rail Project: भोपाल में 10 अगस्त को एक ऐसा कदम उठने वाला है जो शहर की पहचान बदल देगा। 1800 करोड़ की बीईएमएल रेल कोच इकाई का भूमिपूजन राजनाथ सिंह करेंगे, जिससे भोपाल-रायसेन-सीहोर-विदिशा को मेट्रोपोलिटन विकास की नई उड़ान मिलेगी।

BEML Brahma Project Bhopal: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को 10 अगस्त को एक ऐसी ऐतिहासिक सौगात मिलने जा रही है, जो प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य को बदल देगी। 1800 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली बीईएमएल रेल कोच इकाई का भूमिपूजन केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। यह परियोजना न केवल भोपाल बल्कि रायसेन, सीहोर और विदिशा जिलों के विकास को गति देगी, बल्कि इन क्षेत्रों के युवाओं के लिए रोजगार और औद्योगिक अवसरों के नए द्वार भी खोलेगी।

क्या है बीईएमएल ब्रह्मा परियोजना और क्यों है खास? 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) की इस ब्रह्मा परियोजना के तहत, रायसेन जिले के ग्राम उमरिया में 60 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर रेल हब फॉर मैन्युफैक्चरिंग तैयार होगा। यहां वंदे भारत, अमृत भारत और मेट्रो ट्रेनों के कोच बनाए जाएंगे, जो भारतीय रेल व्यवस्था के नए युग का सूत्रपात करेंगे। यह परियोजना मेक इन इंडिया मिशन का सशक्त उदाहरण है, जो देश को स्वदेशी उत्पादन और तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाएगी।

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Bhopal Rail Coach Factory: रोजगार और औद्योगिक विकास की दिशा में बड़ा कदम 

इस परियोजना से 1500 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बनेंगे। भोपाल, रायसेन, सीहोर और विदिशा जिलों के तकनीकी संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को यहां प्रशिक्षण और रोजगार दोनों मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय युवाओं को फायदा होगा, बल्कि उद्योग और सेवा क्षेत्रों में भी नई ऊर्जा का संचार होगा।

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भूमिपूजन में क्या होगा खास? 

10 अगस्त को औबेदुल्लागंज के दशहरा मैदान में होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम में न सिर्फ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बल्कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, रक्षा उत्पाद सचिव संजय कुमार, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार और बीईएमएल अध्यक्ष शांतनु राय भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में BEML परियोजना पर केंद्रित लघु फिल्म, 3D वॉकथ्रू और प्रस्तावित प्लांट के मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे। अनुमान है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर लगभग 10 हजार लोग शामिल होंगे।

क्या बदलेगी भोपाल और आसपास के इलाकों की तस्वीर? 

यह रेल हब न केवल मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित हो रहे भोपाल की रफ्तार बढ़ाएगा, बल्कि आसपास के जिलों में औद्योगिक निवेश को भी आकर्षित करेगा। रोजगार, व्यापार और इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में आने वाले वर्षों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

मुख्यमंत्री की विशेष तैयारी और निर्देश 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भूमिपूजन कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इससे जुड़े। उन्होंने प्रतिभागियों के लिए आवागमन, बैठक व्यवस्था, भोजन और पेयजल की विशेष तैयारी करने के निर्देश भी दिए।

कितने रोजगार और किसको मिलेगा लाभ? 

परियोजना में 1500 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। स्थानीय युवाओं, इंजीनियरिंग छात्रों और तकनीकी प्रशिक्षुओं को प्राथमिकता मिलेगी। भूमिपूजन औबेदुल्लागंज के दशहरा मैदान में होगा। कार्यक्रम में रेल हब पर केंद्रित लघु फिल्म, प्लांट का 3D वॉकथ्रू और मॉडल प्रदर्शनी भी होगी।

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