Dhirendra Krishna Shastri Padyatra: 10 दिन, 170 Km लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 में धीरेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में संतों का विशाल काफिला दिल्ली से वृंदावन तक निकलेगा। क्या यह यात्रा ब्रज में बदलाव की नई शुरुआत बनेगी? जानें पूरी डिटेल…

Delhi to Vrindavan Hindu Ekta Padyatra 2.0: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) एक बार फिर देशभर में सनातनियों को एकजुट करने के मिशन पर निकल पड़े हैं। 7 नवंबर से शुरू होने जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 (Sanatan Hindu Ekta Padyatra) इस बार पहले से भी बड़ी और ऐतिहासिक मानी जा रही है। दिल्ली से वृंदावन तक चलने वाली यह यात्रा 170 किलोमीटर लंबी होगी और इसे पूरा होने में 10 दिन लगेंगे। धीरेंद्र शास्त्री का दावा है कि यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व की है, बल्कि इसे एक वैचारिक आंदोलन के रूप में भी देखा जाएगा।

क्यों खास है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0?

यह यात्रा इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि इसके जरिए न केवल सनातनियों को एकजुट करने का संदेश दिया जाएगा, बल्कि ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक, यमुना शुद्धिकरण अभियान और धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गूंजाने जैसी मांगों को भी बल मिलेगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि यह सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने का आंदोलन है।

200 से ज्यादा संतों की मीटिंग में बनी योजना

वृंदावन के कृष्ण कृपा धाम आश्रम में हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें देशभर से आए 200 से ज्यादा संतों और धर्मगुरुओं ने भाग लिया। इस बैठक में यात्रा की अनुशासन, प्रबंधन और धार्मिक नियमों पर गहन चर्चा हुई। इसमें कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी भी मौजूद थे। इस पदयात्रा का समापन प्रसिद्ध श्री ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के साथ होगा।

क्या यह सिर्फ धार्मिक यात्रा है या वैचारिक आंदोलन?

धीरेंद्र शास्त्री ने इसे एक “वैचारिक आंदोलन” करार दिया है। उनका कहना है, “जब तक सभी सनातनी एकजुट नहीं होते, हमारी कोशिश जारी रहेगी। हमारा एजेंडा साफ है-ब्रजभूमि को पवित्र बनाना, यमुना की शुद्धि सुनिश्चित करना है।” उन्होंने यह भी कहा कि मंदिरों और मस्जिदों में राष्ट्रगीत बजाया जाना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कौन इस मातृभूमि से सच्चा प्रेम करता है। आयोजकों का मानना है कि सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0 (Sanatan Hindu Ekta Padyatra2.0) पहले से कहीं ज्यादा भव्य होगी।

लाखों लोगों की भागीदारी की संभावना

पिछली पदयात्राओं की तुलना में यह यात्रा अधिक बड़ी और प्रभावशाली होने वाली है। आयोजकों का अनुमान है कि इसमें लाखों लोग शामिल होंगे। यह यात्रा दिल्ली से वृंदावन तक का 170 किलोमीटर का सफर तय करेगी और पूरे देश का ध्यान एक बार फिर सनातन संस्कृति और ब्रज धाम की ओर खींचेगी।