Shocking Twist in Gwalior Murder Case: इंस्टाग्राम पर महिला से कराया ट्रैप, फिर भाई की करवाई गोली मारकर हत्या! ग्वालियर के ASI भानु तोमर की खौफनाक साजिश का खुलासा…अब लोकेशन बैंकॉक से ट्रेस, 500 CCTV फुटेज से खुली परतें, लुकआउट सर्कुलर जारी।
ASI Bhanu Tomar Gwalior Murder Case: पुलिस अपराध रोकती है"-यह विश्वास तब चकनाचूर हो गया, जब ग्वालियर का एक एएसआई ही अपने भाई की हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड निकला। ASI भानु तोमर ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए जो प्लान रचा, वो किसी वेब सीरीज़ की स्क्रिप्ट से कम नहीं! इंस्टाग्राम पर लड़की से दोस्ती करवाई, फिर भाई को फंसाकर रास्ते से हटवा दिया। और अब उसकी लोकेशन बैंकॉक में मिल रही है।
क्या एक भाई ने अपने ही खून से लिया बदला?
जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 में ग्वालियर के दीननगर में ASI भानु तोमर के पुलिस इंस्पेक्टर पिता हनुमान तोमर की हत्या कर दी गई। आरोप उनके ही बेटे अजय तोमर पर लगा, जिसे कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई। जबकि हनुमान के दूसरे बेटे भानु तोमर को पिता के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति के तहत एएसआई बना दिया गया, लेकिन यह नियुक्ति भी पिता की हत्या को लेकर उसके दिलो दिमाग में धधक रही बदले की आग को शांत नहीं कर पाई।
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क्या जेल से रिहाई बना अजय तोमर के मौत की वजह?
14 जुलाई को अजय तोमर पैरोल पर जेल से बाहर आया और 23 जुलाई को उसे शिवपुरी से ग्वालियर जाते वक्त गोली मार दी गई। शुरुआती जांच में कुछ नहीं मिला, पुलस के हाथ एकदम खाली थे, लेकिन जांच के दौरान पुलिस से जब ड्राइवर ने एक रहस्यमयी महिला का ज़िक्र किया जो रास्ते में अजय के साथ कार में सवार हुई थी, तब केस ने मोड़ लिया। यहीं से पुलिस को क्ल्यू मिलने लगे।
500 CCTV फुटेज ने खोला पूरा राज!
पुलिस ने ग्वालियर-शिवपुरी के बीच 500 से अधिक CCTV खंगाले, जिनमें महिला के साथ दो संदिग्ध-धर्मेंद्र कुशवाह और मोनेश तोमर नज़र आए। CCTV में नजर आया धर्मेंद्र ही था, जिसने अजय को गोली मारी थी। उसके खिलाफ पुलिस रिकॉर्ड में कई हत्याएं दर्ज हैं और वह हाल ही में जेल से रिहा हुआ था।
क्या इंस्टाग्राम बना खून का ज़रिया?
पूछताछ में सामने आया कि एएसआई भानु तोमर ने इंस्टाग्राम के जरिए धर्मेंद्र से संपर्क किया था और उसे पैसे देकर भाई की हत्या करवाने का सौदा तय किया। जो युवती थी, वो बाल सुधार गृह से भागी हुई थी। वो युवती भानु के वाहन से निकलते हुए CCTV में दिखी और यहीं से ASI की भूमिका स्पष्ट होने लगी।
क्या कार से पीछा कर रहे थे शूटर?
CCTV में साफ दिखा कि भानु की कार, अजय की कार का पीछा कर रही थी। योजना के अनुसार, महिला ने अजय को सुनसान जगह रुकवाया और फिर धर्मेंद्र व भानु ने मिलकर अजय को गोली मार दी। धर्मेंद्र को 1 लाख रुपये में इस हत्या की सुपारी दी गई थी।
अब कहां है भानु? लोकेशन मिल रही बैंकॉक!
जांच एजेंसियों को अब भानु की लोकेशन थाईलैंड के बैंकॉक में ट्रेस हो रही है। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है, ताकि वह देश से बाहर न भाग सके या प्रत्यर्पित किया जा सके।
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