Gwalior Crime Alert: ग्वालियर में शादी ठगी रैकेट का खुलासा, 19 युवतियां गिरफ्तार, 1500 अविवाहित पुरुष ठगी का शिकार। पुलिस ने कॉल सेंटर पर दबिश देकर रैकेट का पर्दाफाश किया। फर्जी बायोडाटा और फोटो से युवकों को फंसाया गया।

Call Center Fraud India: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पुलिस ने एक सनसनीखेज शादी ठगी रैकेट का पर्दाफाश किया। भाटीपुर में दबिश के दौरान पुलिस ने दो कॉल सेंटरों में काम कर रही 19 युवतियों को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि ये युवतियां शादी के नाम पर अविवाहित युवकों को ठग रही थीं।

शादी के नाम पर कितने लोग ठगे गए?

पुलिस के अनुसार, इस रैकेट के जरिए छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उड़ीसा, बिहार और मध्य प्रदेश के 1500 से अधिक अविवाहित युवक ठगी का शिकार बने। इन युवकों को फर्जी लड़कियों की तस्वीरें और बायोडाटा भेजकर उनसे पैसों की मांग की जाती थी।

युवतियों की भूमिका क्या थी?

17 युवतियां खुद को दुल्हन के रूप में पेश करके युवकों से बात करती थीं। कॉल सेंटर की प्रमुख संचालक थीं राखी गौड़ (24) और सीता उर्फ शीतल चौहान (26)। ये महिलाएं युवकों से 3 से 5 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन फीस लेतीं और फिर 5 से 10 हजार रुपये के पैकेज में फर्जी बातचीत कराती थीं।

क्या यह सिर्फ पैसों की ठगी थी या ज्यादा गहरी योजना?

जांच में सामने आया कि कॉल सेंटर में कर्मचारियों को वीडियो कॉल करने से मना किया गया था। इसका कारण यह था कि युवक जिन लड़कियों से शादी करना चाहते थे, उनकी तस्वीरें हीरोइन जैसी सुंदर होती थीं, जबकि कॉल करने वाली युवतियां उतनी सुंदर नहीं थीं। इसलिए फर्जी फोटो और बायोडाटा इस्तेमाल किए जाते थे।

पैसे का बंटवारा और कर्मचारियों की तनख्वाह

कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियों को 5-6 हजार रुपए वेतन मिलता था। इसके अलावा, ठगी पर उन्हें 10 फीसदी इंसेंटिव भी दिया जाता था। डेटा और अविवाहित युवकों की जानकारी तिलेश्वर पटेल नामक व्यक्ति द्वारा अलग-अलग वेबसाइट और मैरिज ब्यूरो से उपलब्ध कराई जाती थी।

पुलिस की कार्रवाई और अब सवाल सबके जहन में

एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने भाटीपुर में दबिश देकर रैकेट का भंडाफोड़ किया। यह मामला यह दिखाता है कि शादी और प्रेम के नाम पर ठगी कितनी आसानी से की जा सकती है। सोशल मीडिया और ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म पर सावधानी न बरतने पर किसी भी युवा को शिकार बनाया जा सकता है। पुलिस ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है, लेकिन समाज और परिवारों को भी सचेत रहने की जरूरत है।