मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग के बीच कांग्रेसी कार्यकर्ता भोपाल में भाजपा कार्यालय के सामने पहुंच गए। वह कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प हो गई।
एक दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश में सामने आई है। जहां एक युवक ने अपने दो मासूम बच्चों के सामने पत्नी को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
बागी कांग्रेस विधायक इमरती देवी ने कहा है कि हम ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सिंधिया हमारे नेता हैं और उन्होंने हमें बहुत कुछ सिखाया है।
मध्यप्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस के बागी 22 विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर कमलनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। विधायकों का कहना है कि सरकार के पास विधायकों और मंत्रियों की बात सुनने के लिए समय नहीं है।
मध्य प्रदेश में सरकार के फ्लोर टेस्ट की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कमलनाथ सरकार और स्पीकर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 18 मार्च की सुबह 10.30 बजे सुनवाई होगी।
मध्यप्रदेश में सियासी अस्थिरता बनी हुई है। विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति ने सदन को 26 मार्च तक स्थगित कर कमलनाथ सरकार पर मंडराने वाला खतरा कुछ समय के लिए भले ही टाल दिया हो लेकिन भाजपा इस मौके को आसानी से नहीं गंवाना चाहती।
मध्यप्रदेश में जारी सियासी उठापटक अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गई है। विधानसभा की कार्यवाही टलने के बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर 48 घंटे में फ्लोर टेस्ट कराए जाने की मांग की है।
मध्यप्रदेश में पिछले 1 हफ्ते से जारी सियासी ड्रामा अभी भी जारी है। पहले माना जा रहा था कि इसका अंत सोमवार को फ्लोर टेस्ट के साथ हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मध्यप्रदेश विधानसभा को 10 दिन यानी 26 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक जारी है। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के सदन को 26 मार्च तक स्थगित कर दिया है। लेकिन कमलनाथ सरकार के ऊपर से संंकट के बादल अभी छंटे नहीं हैं।