छिंदवाड़ा के सरकारी अस्पताल के टॉयलेट के कमोड से एक नवजात शिशु का शव मिला है। सफाई के दौरान यह घटना सामने आई। पुलिस को शक है कि डिलीवरी के बाद सबूत मिटाने के लिए बच्चे को फ्लश कर दिया गया होगा।
भोपाल: मध्य प्रदेश से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। छिंदवाड़ा के एक सरकारी अस्पताल में सोमवार रात को टॉयलेट के कमोड से एक नवजात शिशु का शव मिला। सफाई के दौरान टॉयलेट ब्लॉक होने पर जब एक महिला सफाई कर्मचारी ने जांच की, तो उसे फ्लश में फंसा हुआ नवजात का हाथ दिखाई दिया। उसने तुरंत अस्पताल के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी। काफी मशक्कत के बाद कमोड को तोड़कर बच्चे का शव बाहर निकाला गया। तब तक बच्चे की मौत हुए कई घंटे बीत चुके थे।
इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे की मौत दम घुटने से हुई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सोमवार को अस्पताल में जांच के लिए आई 15 गर्भवती महिलाओं में से 14 का पता चल गया है, लेकिन एक महिला अभी भी लापता है। जांच टीम का मानना है कि शायद टॉयलेट के अंदर ही डिलीवरी हुई और सबूत मिटाने के लिए बच्चे को फ्लश कर दिया गया। पुलिस अस्पताल में लगे 26 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
