उज्जैन में किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और भावांतर योजना के लिए आभार जताया। सीएम यादव ने स्वदेशी प्रदर्शनी में खादी खरीदी और कहा कि सरकार किसानों को वाजिब दाम दिलाने व स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
जब जनता अपने नेता का स्वागत दिल से करती है तो दृश्य उत्सव में बदल जाता है। रविवार को उज्जैन का पुलिस लाइन हेलीपैड ऐसा ही नजारा बना, जब किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर पुष्पवर्षा कर आत्मीय सम्मान दिया। किसान भाई हाथों में तख्तियां लिए पहुंचे जिन पर लिखा था – “सोयाबीन भावांतर के लिए मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद”।
किसानों से घिरे सीएम, भावांतर योजना को बताया किसानों के लिए बड़ी राहत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किसानों का अभिवादन करते हुए कहा कि उनकी सरकार किसानों की हितैषी सरकार है और किसानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि किसानों के लिए भावांतर योजना शुरू की गई है, जिसके तहत यदि किसी किसान को सोयाबीन का दाम निर्धारित समर्थन मूल्य से कम मिला है तो अंतर की राशि सरकार सीधे उसके खाते में जमा करेगी।
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किसान-कल्याण सरकार की प्राथमिकता, राशि की कोई कमी नहीं: CM यादव
डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार के पास किसानों के लिए राशि की कोई कमी नहीं है। किसान-कल्याण उनकी पहली प्राथमिकता है और यही कारण है कि सरकार लगातार नई-नई योजनाएं किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन स्थित भारतीय ज्ञानपीठ परिसर में आयोजित स्वदेशी मेला-प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर “हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी” अभियान को आगे बढ़ाते हुए खादी का कुर्ता अपने लिए खरीदा। खास बात यह रही कि सीएम ने खादी की खरीद का भुगतान अपने मोबाइल वॉलेट से किया।
प्रदर्शनियों के विस्तार की अपील, कहा- स्वदेशी उत्पादों को अपनाए जनता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदर्शनी की तारीफ करते हुए कहा कि इस तरह की प्रदर्शनियां पूरे प्रदेश में जगह-जगह लगाई जानी चाहिएं। इससे न केवल लोगों में स्वदेशी वस्तुओं के प्रति जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय उद्योगों और कारीगरों को भी सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने जनता से अपील की कि सभी लोग त्योहारों और दैनिक जीवन में अधिक से अधिक स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें।
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