सार

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में 12 मार्च की सुबह हुआ यह भीषण सड़क हादसा एक सबक है। समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर अचानक टायर पंचर हो जाने से कार में सवार 6 लोगों की मौत हो गई थी।

बुलढाणा. महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में 12 मार्च की सुबह हुआ यह भीषण सड़क हादसा एक सबक है। समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर अचानक टायर पंचर हो जाने से कार में सवार 6 लोगों की मौत हो गई थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। कार पहले से ही ओवरलोडेड थी।

पढ़िए इस भीषण हादसे से जुड़ीं 12 बड़ी बातें

1. एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेसवे पर 12 मार्च की सुबह यह हादसा हुआ, जिसमें कार सवार छह लोगों की मौत हो गई।

2. पुलिस के अनुसार कार के ड्राइवर ने स्टीयरिंग से कंट्रोल खो दिया था, जिसके बाद वाहन एक सड़क बैरियर से टकराया और पलट गया।

3. कार में सवार छह लोगों में एक पुरुष, चार महिलाएं और एक लड़की शामिल हैं, जिनकी मौत हुई। जबकि घायलों को इलाज के लिए औरंगाबाद भेजा गया।

4. इससे पहले, कुछ अधिकारियों ने दुर्घटना का प्रथम दृष्टया कारण टायर फटना बताया था, हालांकि उन्होंने कहा था कि साइट से और डिटेल्स मंगाई जा रही है।

5.हादसा शिवानी पीसा गांव में सुबह 8 बजे हुआ। कार औरंगाबाद से शेगांव की ओर जा रही थी, तभी टायर फट गया। अचानक टायर फटने की आवाज तेज सुनाई दी और आसपास के लोग सहम गए।

6.पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार में मौजूद फोन नंबरों के आधार पर कार के मालिक की पहचान की गई। शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया।

7. यह घटनास्थल बुलढाणा जिले के लोनार तालुका में आता है। एक चश्मदीद ने कहा कि अगर एंबुलेंस समय पर पहुंच जाती, तो कुछ लोगों की जान बचाई जा सकती थी।

8. शिवनी पीसा गांव एक्सप्रेसवे पर दो टोल प्लाजा-महकर फरदापुर और दुसरबिद के बीच है। दोनों टोल प्लाजा लगभग 15 किमी दूर हैं। यानी एम्बुलेंस आसानी से 10 मिनट के भीतर पहुंच सकती थी। लेकिन आई करीब 45 मिनट बाद।

9. हादसे के बाद सबसे पहले घटनास्थल पर अपने पड़ोसियों के साथ पहुंचे प्रत्यक्षदर्शी संदीप पिसे ने बताया कि एम्बुलेंस की देरी से लोगों को बचाया नहीं जा सका।

10.मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर तेज गति और ओवरलोड कार में सवार सात अन्य लोग जिनमें चार छोटे बच्चे और ड्राइवर सुरेश भरत बर्वे-35 भी शामिल हैं घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए औरंगाबाद ले जाया गया है।

11.पुलिस ने कहा कि कार में सवार 13 लोग औरंगाबाद से शेनगांव जा रहे थे। मृतकों की पहचान जान्हवी सुरेश बर्वे-11, हौसाबाई भारत बर्वे-75, श्रद्धा सुरेश बर्वे-28; किरण राजेंद्र बोडाडे-28, भाग्यश्री किरण बोडडे-25 और प्रमिला राजेंद्र बोडडे- 52 के रूप में हुई।।

12. जिन्हें घायल होने के बाद अस्पताल पहुंचाया गया, उनमें सुरेश के अलावा नम्रता रवींद्र बर्वे-32, रुद्र रवींद्र बर्वे-12, यश रवींद्र बर्वे-10, सौम्या रवींद्र बर्वे-4, जतिन सुरेश बर्वे-4 और वैष्णवी सुनील गायकवाड़-19 शामिल हैं। ड्राइवर सुरेश भारत बर्वे MSEB के कर्मचारी हैं।

क्यों फटते हैं टायर?

अगर टायरों में मौसम के अनुकूल यानी ठंड और गर्मी के हिसाब से हवा न भरी हो। गर्मियों में टायर में हवा तय पीएसआई से 3 से 5 यूनिट तक कम रखें। गर्मी में इनका प्रेशर 5 यूनिट तक बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में टायर फटने( बर्स्ट ) होने की आशंका बन जाती है।

जिन टायरों में कट लगे होते हैं, उनके फटने की आशंका अधिक होती है। टायरों में हवा का दवाब 32 पीएसआई रखा जाना चाहिए, लेकिन समर सीजन में इसे 28 या 30 पीएसआई ही रखा जाना चाहिए। इससे टायर फटने की आशंका कम हो जाती है।

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