पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ में सब इस्पेक्टर आरिफ रजा और अरुण प्रताप भी घायल हो गए, जिन्हें सीएचसी सरोजनी नगर में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। गोली लगने से घायल दोनों लुटेरों को लोक बंधु में भर्ती कराया गया है। जहां से ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
सीबीआई ने बागपत जिले के खेकड़ा थाने में दर्ज एफआईआर को अपनी एफआईआर का आधार बनाया है। एफआईआर में सुनील राठी को नामजद किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में 25 फरवरी को सीबीआई से जांच कराए जाने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद अब सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर साक्ष्य संकलन की कार्रवाई शुरू कर दी है।
महिला ने आरोप लगाते हुए कहा है कि रात में तैनात एक इंस्पेक्टर ने उसे बंधक बनाकर दुष्कर्म किया था। घटना के बाद वह कई दिन तक डर के कारण चुप रही। महिला ने एसपी ग्राणीण प्रद्युम्न सिंह से शिकायत किया। उन्होंने बताया कि मामले में सीओ गोविंद नगर को जांच के लिए कहा गया है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
व्यक्ति ने कई विदेशी नस्ल के कुत्ते पाल रखे थे। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कुत्तों को पूरी तरह से आराम में रखने के लिए वह एक विशेष तापमान पर पूरे दिन अपने घर पर एसी चलाता था।
जिन वकीलों को दोषी करार दिया गया है, उनमें फरीदाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष ओपी शर्मा, उनके पुत्र गौरव शर्मा, जिला बार एसोसिएशन के एक अन्य पूर्व अध्यक्ष एलएन पाराशर और कैलाश वशिष्ठ शामिल हैं।
राजधानी लखनऊ में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां कर्ज में डूबे एक युवक ने अपनी शादी की सालगिरह के दिन पत्नी वे बेटे को जहर देकर मार दिया उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। एक साथ तीन लोगों की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी है
वरिष्ठ पत्रकार और विदेश मामलों के जानकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है और आज मैं भोपाल आया हूं।
रायपुर. 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस इस अवसर पर हम देश की कुछ ऐसी महिलाओं के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने अपने जज्बा, जूनून और संघर्ष के बल पर एक अलग ही मुकाम बनाया है। इन्हीं में से एक हैं छत्तीसगढ़ की पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित फूलबासन बाई यादव। जिन्होंने लगन और मेहनत से अपनी जिंदगी तो सवांरी ही है। लेकिन इसके साथ-साथ ही लाखों महिलाओं के लिए रोजगार देकर एक अनोखी मिसाल कायम की है। फूलबासन बाई कभी दो वक्त के खाने के लिए मोहताज थी। लेकिन आज लाखों महिलाओं का समूह बनाकर एक सफलता की कहानी लिख रही हैं। उनकी हिम्मत और हौसले को हर कोई सलाम करता है। बता दें कि फूलबासन बाई राजनांदगांव जिले की रहने वाली हैं। वह महज 5वीं पास हैं। 12 साल की उम्र में सुकुलदैहान गांव के रहने वाले एक चरवाहे से उनकी शादी हो गई थी। वह खुद भी बकरी चराया करती थीं। उनके जानने वाले बताते हैं कि कई बार तो उनको खाना नहीं मिलता था। ग़रीबी के चलते कभी-कभी तो महीनों नमक नसीब नहीं होता और एक ही साड़ी को सुखोकर पहना पड़ता था।
यूं ही नहीं कहते कि प्यार से बड़ी दुनिया में कोई ताकत नहीं। इस ताकत को निश्चय ही दंतेवाड़ा के SP ने समझा और प्रेमपत्रों के जरिये नक्सलियों का सरेंडर कराने की अनूठी पहल की है।
मध्यप्रदेश में 10वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के पेपर में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को आजाद कश्मीर के रूप में लिखे जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पेपर बनाने वाले के खिलाफ सख्त कार्यवाई के आदेश दिए हैं।