नई दिल्ली. मां-बाप चाहे अमीर हो या गरीब अपने बच्चों के लिए जान हाजिर करने कौ तैयार रहते हैं। बच्चे ने अगर कुछ मांगा तो वो चाहेंगे कि उसको जरूर लाकर दें। खाने पीने, कपड़े पहनने से लेकर पढ़ने तक का वो सारा खर्च उठाते हैं। अब तो शिक्षा इतनी महंगी हो चली है कि मां-बाप को बच्चों को पढ़ाने के लिए कर्ज तक लेना पड़ जाता है। ऐसे ही एक बेटी ने अपने संघर्ष की कहानी सुनाई है। उसने बताया कि कैसे पिता ने कर्ज लेकर उसे पढ़ाया और उसने आईएएस बनकर उनका नाम रोशन कर दिया।