प्रयागराज में गंगा किनारे इन दिनों माघ मेला चल रहा है। माघ मेले में इस बार श्रद्धालुओं को कई बड़ी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। मेला क्षेत्र में सरकार के संचार क्रान्ति की हवा निकल चुकी है। सभी मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। कल्पवासी श्रद्धालु इसको लेकर काफी परेशान हैं।
उज्जैन में महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए जिस प्रकार ड्रेस कोड लागू है। कुछ उसी तरह अब वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है। इस नए नियम के मुताबिक, मंदिर में काशी विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन के लिए अब पुरुषों को धोती-कुर्ता और महिलाओं को साड़ी पहनना होगा।
उत्तर भारत समेत पूरा बिहार इन दिनों की कड़ाके की ठंड के चपेट में है। सामान्य से 8-10 डिग्री तापमान कर है। कोहरा और कनकनी लोगों की कड़ी परीक्षा ले रहा है। इस ठंड के कारण लगभग सभी जिलों की स्कूलें बंद है।
छत्तीसगढ़ के बालोद में नच पार्टी(कार्यक्रमों में जाकर डांस करना) की डांसर की हत्या कर दी गई। हत्या का शक मृतका के प्रेमी पर ही है।
केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि 490 वर्ष से चल रही लड़ाई कलंक के प्रतीक का समापन हुआ है। इस राष्ट्र के आध्यात्मिक सत्ता को पूरी दुनिया में मान्यता मिल रही है। हमारी कामना सबके सुख की है, इसी के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
प्रयागराज में संगम की रेती पर माघ मेला चल रहा है। पूरे देश से लोग इस माघमेले में गंगा स्नान के लिए आकर पुण्य कमाने के लिए पहुंच रहे हैं। माघ मेले में ही कई साधु ऐसे हैं जो अपनी कठिन साधना कर रहे हैं। ऐसे ही एक साधु महर्षि दयाशंकर दास तपस्वी भी हैं।
माघ मेला क्षेत्र में विहिप के शिविर में अयोध्या के राम मंदिर का मॉडल रखा गया है। यहां पर रखे गए मॉडल का निर्माण सीतापुर की स्वयंसेवी संस्थाओं ने किया है। मेले तक यहां आने वाले श्रद्धालु इसका दीदार कर सकेंगे।
सोरेन ने हर जिले में जिला प्रशासन को आदेश दिया कि जल्द से जल्द हर जिले में कंबल बांटने का काम पूरा किया जाए। बढ़ती ठंड को देखते हुए फुटपाथ, चौराहे और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था भी कराई जाएगी।
कल्पवासियों के लिए शौचालय तक की ठीक से व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए, जिसके कारण कल्पवारियों को खुले में शौच करने जाना पड़ रहा है, जबकि इसके लिए सरकार ने बजट भी जारी किया है।
प्रयागराज (uttar pradesh) । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की कवायद तेज हो गई है। सौ करोड़ रुपए में बनाए जाने वाले इस भव्य मंदिर का स्वरूप कैसा होगा। इसका विहिप की ओर से तैयार प्रस्तावित मॉडल शाम को जारी कर दिया। साथ ही विहिप के शिविर में राम भक्तों के दर्शन के लिए रखा गया है। जिसे आम लोगों ने भी देखा।