यूपी के इटावा में 14 अक्टूबर को हुई न्यूज एंकर की पत्नी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हैरान करने वाली बात ये है कि इस हत्याकांड की पूरी साजिश महिला के पति ने ग्रेटर नोएडा में बैठकर रची। उसने चैनल में काम करने वाले एक साथी से इस हत्याकांड को अंजाम दिलावाया।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में आवारा जानवरों पर क्रूरता का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कुछ लोगों ने आवारा गौवंश को पकड़कर एक सरकारी स्कूल में बंद कर दिया था। उन्हें चारा-पानी तक नहीं दिया।
एक नाबालिग छात्र ने बी-टेक की छात्रा के घर में घुसकर उस पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया और बाद में अपने घर की बालकनी से कूदकर खुदकुशी कर ली।
आमतौर पर भले पति-पत्नी के बीच आए दिन 'तू-तू, मैं-मैं' होती रहती हो, लेकिन करवाचौथ पर हमेशा घर में शांति रहती है। लेकिन पाकिस्तान में 'कलह' के चलते इंडिया में शरण लेने वाले पाक के पूर्व MLA करवाचौथ पर ही पत्नी से झगड़े पड़े।
राजधानी में निकाय सुविधाओं को देखने वाले पटना नगर निगम और बिहार नगरीय अवसंरचना विकास निगम के कई मध्यम स्तर के अधिकारियों पर चाबुक चलाने के बाद सरकार की गाज वरिष्ठ अधिकारियों पर गिरी है।
मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस बैंकर हैं। वो एक्सिस बैंक में वाइस प्रेसिडेंट और वेस्ट इंडिया की कंट्री कॉरपोरेट हेड हैं। अमृता हालांकि राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं हैं मगर चाहे पति का नामांकन हो या उनके लिए कैम्पेन, जरूरी मौकों पर सक्रिय हो जाती हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार को बाराबंकी के जैदपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी तनुज पुनिया के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे। उन्होंने जैदपुर विधानसभा क्षेत्र में देवीगंज रोड, सिद्धौर और विकासखण्ड हरख के मोहद्दीपुर गांव में आयोजित चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया।
समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव गुरुवार को आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा का प्रचार करने रामपुर पहुंचे। यहां एक जनसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा, रामपुर में मुझे पहली बार बोलने का मौका मिला है। कभी ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि इस संघर्ष के बीच मुझे आना पड़ेगा।
रामपुर से सपा ने आजम खान की सांसद पत्नी को टिकट दिया है जबकि भाजपा ने बसपा से आए भारतभूषण गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। आजम खान की सीट छोड़ने के बाद अब इस सीट पर हो रहा उप चुनाव दिलचस्प हो गया है।
डॉक्टरों और स्टाफ की कमी और बढ़ती मरीजों की संख्या के कारण लोग बिना डिग्री डिप्लोमा के क्लीनिक संचालित कर रहे हैं। लोग भी मजबूर होकर इन झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करवा रहे हैं।