जानकारी के मुताबिक, पुलिस को इस हिंसा का अंदेशा पहले ही था लेकिन पुलिस ने इसे रोकने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। इंटेलिजेंस ने भी पुलिस को इसके इनपुट दिए थे। पुलिस अफसरों ने इस पर भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया और हालात ऐसे बन गए।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के विरोध में शुक्रवार को खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला गया। जैसे ही इसका पता चला तो खालिस्तानी समर्थक सिख संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद शिवसेना और सिख संगठनों के बीच जमकर हिंसक झड़पे हुईं और तलवारें तक खिंच गई।
पटियाला में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। दोनों पक्षों में बवाल इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते पत्थरबाजी हुई और तलवारें तक चलने लगीं। अब पुलिस ने शहर समेत पूरे जिले में कर्फ्यू लगा दिया है।
पटियाला जोन के आईजी राकेश अग्रवाल का कहना है कि कुछ शरारती तत्वों और अफवाहों की वजह से ये हिंसा हुई है। अब स्थिति कंट्रोल में है। शनिवार को शांति कमेटी की बैठक बुलाई गई है। लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।
शुक्रवार दोपहर जुलूस निकालने को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। बवाल इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई और तलवारें तक चलने लगीं। इसमें कई पुलिसकर्मी और लोगों के घायल होने की खबर है।
पटियाला : पंजाब (Punjab) के पटियाला (Patiala) में शुक्रवार दोपहर जमकर बवाल हो गया। यहां जुलूस निकालने को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। बवाल इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से पत्थरबाजी हुई और तलवारें तक चलने लगीं। इसमें कई पुलिसकर्मी और लोगों के घायल होने की खबर है। कहा जा रहा है कि यह झड़प शिवसेना कार्यकर्ता और खालिस्तानी समर्थकों के बीच हुई है। पुलिस को पूरे मामले को शांत कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बाद से ही शहर में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। देखिए पटिलाया हिंसा की तस्वीरें...
गर्मी बढ़ने के साथ देश में बिजली कटौती की समस्या से लोग परेशान हैं। बिजली कटौती के पीछे कोयले की कमी बताई जा रही है। हालांकि केंद्र सरकार की माने तो देश में पर्याप्त मात्रा में कोयले का भंडार है। इसलिए बिजली कटौती की पीछे कोयले की कमी वाला तर्क कहीं से सही नहीं है।
राजस्थान के अजमेर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिसे देखकर लगा कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा है। क्योंकि यहां एक एक्सीडेंट के बाद कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। लेकिन गाड़ी के अंदर बैठे लोगों को खरोंच तक नहीं आई। यह चमत्कार देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई।
सिद्धू लगातार अपनी ही पार्टी पर हमलावर है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि चुनाव में कांग्रेस इसलिए हार गई क्योंकि उसके पांच साल के शासन में स्वार्थी लोगों ने राज्य के हितों पर काबू पा लिया और माफियाओं ने शासन किया।
पंजाब के बेरोजगार युवाओं के लिए खुशखबरी की खबर सामने आई है। क्योंकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में 1690 पदों पर भर्ती निकाली है।